भारत सरकार की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 जिसे निपुण भारत अभियान से जोड़ते हुए वर्ष 2021से इस योजना को पूरे देश लागू किया गया था,जिसका मूल्य उद्देश्य बच्चों मे संविधानिक मूल्यों का बीजारोपण कर समाज के एक जिम्मेदार एवं उपयोगी नागरिक की भूमिका निर्वाहन के लिए तैयार कर बुनियादी साक्षरता ज्ञान के भाषायी,सामाजिक कौशलों एवं गणितीय दक्षताओं के साथ गुणात्मक शिक्षा प्रदान करना है।
निपुण भारत अभियान के तय तीन विकासात्मक लक्ष्यों एवं हिंदी गणित अंगेजी विषयों के चरणबद्द आयामों को प्राप्त करने के लिए मध्यप्रदेश शासन ने इस योजना को *मिशन अंकुर* नाम से वर्ष 2021-22 मे ही लागू कर दिया था।
राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल के आदेश एवं जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान,जिला शिक्षा केन्द्र कटनी के निर्देशन एवं जनपद शिक्षा केन्द्र ढीमरखेड़ा के मार्गदर्शन में शैक्षणिक सत्र जून 2022 मे कक्षा पहिली एवं दूसरी पढ़ाने वाले प्राइमरी शिक्षको एवं जन शिक्षकों को जिला प्रशिक्षक सूर्यकांत त्रिपाठी,रमेश कुमार उसरेठे,कमोद प्रसाद चौधरी,शरद कुमार चौरसिया,संतोष रावते, हरिओम झारिया द्वारा फाउंडेशनल लिट्रेसी एवं न्यूमरेसी (FLN) पर आधारित शिक्षक प्रशिक्षण में आधारभूत बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान को प्राप्त करने के लिए हिंदी गणित मे नई-नई गतिविधियों,विभिन्न कौशलों के साथ प्रशिक्षित किया गया था। जिसका एक बार पुनः दोहराव प्रशिक्षण विकासखंड स्तर पर दिनांक 31 जनवरी 2023 से आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए *प्रशिक्षण प्रभारी हेमंत सामल* ने बताया की बच्चों में आधारभूत बुनियादी दक्षताओँ को विकसित करने के लिए कक्षा पहिली एवं दूसरी में अध्यापन कार्य हेतु नई संयुक्त पाठ योजना तैयार कर पूरे शैक्षणिक सत्र को 32 सप्ताहों में बाँटा गया था,जिसके अंतर्गत सत्र के प्रथम चार सप्ताह को विद्या प्रवेश का नाम देकर बच्चों को नर्सरी,के जी वन,के जी टू की तरह खेल कहानी चित्रों के माध्यम से कक्षा पहिली के लिए तैयार कर शेष सप्ताहों मे राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा बनाई गई पाठ्योजना के अनुसार शैक्षणिक कार्य कराये जाने के निर्देश प्राप्त हुए थे।
बीते आठ माहों मे बच्चो का उपलब्धि स्तर कैसा रहा साथ ही इस अवधि मे शिक्षकों बच्चो को कौन कौन सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा आदि का भौतिक परीक्षण कर सामने आई कठिनाइयों का समाधान किया गया।साथ ही बच्चो केआवधिक मूल्यांकन,प्रगति पत्र का संधारण कैसे किया जाना है शिक्षकों को विस्तार पूर्वक बताया गया।
द्वितीय सत्र के इस महत्वपूर्ण प्रशिक्षण मे शाला सुरक्षा के साथ साथ अंग्रेजी बिषय को भी शामिल किया गया जिससे बच्चे अंग्रेजी भाषा का प्रारंभिक ज्ञान प्राप्त कर सकें इस वावद भी शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया।
31 जनवरी से 17 फरवरी तक चले पंद्रह दिवसीय प्रशिक्षण को तीन चरणों में विभाजित कर विकास खंड के कुल 238 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया।
प्रशिक्षण अवधि के दौरान जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान कटनी के प्राचार्य श्री बी बी दुबे,डाइट व्यख्याता द्वय श्री एन पी श्रीवास्तव,श्री राजेन्द्र असाटी,बीआरसीसी श्री प्रेम कोरी भी चल रहे प्रशिक्षण की मॉनिटरिंग कर अपने अनुभवों एवं मिशन अंकुर के तय लक्ष्यों को शिक्षकों के बीच रख कार्यक्रम को गंभीरता से लेते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के महा अभियान को सफल बनाने कि अपील की।
*सूर्यकांत त्रिपाठी*
*प्राथमिक शाला मंगेली,ढीमर खेड़ा*
रिपोर्टर राजेंद्र कुमार चौरसिया ढीमरखेड़ा कटनी