सीमा कैथवास की रिपोर्ट
पचमढ़ी / नर्मदापुरम। पचमढ़ी का महाशिवरात्रि मेला इस बार प्रशासनिक उदासीनता का शिकार हुआ है श्रद्धालुओं के लिए ना तो यहां पर स्थाई रूप से कोई निशुल्क सुलभ शौचालय की व्यवस्था रही और ना ही धर्मशाला ! जिससे विश्व प्रसिद्ध धार्मिक आस्था का प्रतीक पचमढ़ी का यह महाशिवरात्रि मेला अव्यवस्थाओं का शिकार बना हुआ है । श्रद्धालुओं के लिए बनाए गए मार्ग भी बेहतर व्यवस्था के ना होने से दुर्घटना को आमंत्रण देने वाले नजर आए, कहने को तो यहां पर महादेव मेला समिति है जिसे वर्षभर धार्मिक स्थलों से नीलामी में लाखों रुपए की आय प्राप्त होती है , परंतु धार्मिक स्थलों के विकास और श्रद्धालुओं और पर्यटकों को स्थाई सुविधा देने की दिशा में कोई कारगर उपाय आज तक नहीं किए गए हैं । मेला पर्वों पर लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन करने को आते हैं परंतु अव्यवस्थाओं का
शिकार होकर कई बार घटना दुर्घटना का शिकार भी हो जाते हैं और यहां श्रद्धालु भोलेनाथ की आस्था और उनके विश्वास के दम पर आ व्यवस्थाओं को दरकिनार कर दर्शन को पहुंचते हैं। महादेव मेला समिति कब करेगी श्रद्धालुओं की व्यवस्थाओं में सुधार? कब लगेगा इन अव्यवस्थाओं पर अंकुश ?एक के बाद एक हो रही घटनाओं से आस्था का केंद्र बना महादेव मेला पचमढ़ी श्रद्धालुओं के लिए अपनी जान को जोखिम में डालने को कर रहा मजबूर, मेला समिति की व्यवस्थाओं पर भी खड़ा करता है सवाल ??
# पचमढ़ी में चौरागढ़ पहाड़ पर लगे महाशिवरात्रि मेले में लगातार दुर्घटनाएं हो रही है। गुरुवार दोपहर में गोंदिया महाराष्ट्र के युवक की चौरागढ़-नादिया जंक्शन के बीच चट्टान से उतरते समय गिरने से मौत हो गई।
पुलिस ने एसडीआरएफ की मदद से रेस्क्यू कर युवक के शव को बाहर निकाला। भूराभगत कैंप लाकर शव परिजन को सौंपा। पुलिस प्रक्रिया को पूर्ण होने के बाद परिजन शव को गोंदिया ले गए। मेला के दौरान की यह दूसरी घटना है। दो दिन पहले भी चौरागढ़ में डियूटी के दौरान देहात थाना का आरक्षक मुकेश जैन गिरने से घायल हो गया था। उसका एक पैर फैक्चर हो गया।
ट्रैफिक डीएसपी संतोष मिश्रा ने
बताया कि दोपहर में चौरागढ़ में महादेव के दर्शन करने के बाद शुभम पिता अनिल सोने (32 वर्ष)। निवासी ग्राम तियूना जिला गोंदिया महाराष्ट्र ऊपर से नीचे पहाड़ी से उतर रहा था। इसी दौरान चट्टान पर उसका पैर फिसलने से वह नीचे गिर गया। उसकी मौत हो गई। यह हादसा चौरागढ़ और नांदिया के बीच की पहाड़ी टर्निंग का था। युवक को कालीघाट के नीचे से निकला गया।यह काफी खतरनाक रास्ता है। रेस्क्यू में एसडीआरएफ से रूपेंद्र सौर, भूपेंद्र शुक्ला, प्रद्युम्य राजपूत, अजय यादव, अश्विन यादव, अमर पासी,अमित गौर, आपदा मित्र सहित पचमढ़ी थाना का पुलिस बल व अधिकारी शामिल रहे।