सीमा कैथवास की रिपोर्ट
नर्मदापुरम । शासकीय गृहविज्ञान स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय नर्मदापुरम में सोमवार 13 फरवरी को वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ । कार्यक्रम का शुभारंभ विभिन्न प्रकार के खेलों द्वारा किया गया। प्राचार्य डॉ. श्रीमती कामिनी जैन ने बताया कि इस वर्ष विलुप्त परंपरागत खेलों की प्रतियोगिताओं का आयोजन किये जा रहे हैं। जिसमें पिड्डू, गप्पा, चपेटे, रस्सीकूद, घोड़ा बादाम छाई, जलेबी दौड़, त्रिटंगी दौड़, बर्फ पानी जैसे विलुप्त खेलों से छात्राओं का परिचित करवाया जा रहा है। डॉ. जैन ने कहा कि इन खेलों के माध्यम से छात्राओं का शारीरिक विकास होगा। विलुप्त आउटडोर इंडोर खेलों के माध्यम से छात्राओं ने भरपूर आनंद उठाया। डॉ. जैन ने बताया कि इन खेलों को खेलने के लिए मंहगी खेल सामग्री की आवष्यकता नहीं होती है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रभारी डॉ. संगीता अहिरवार ने बताया कि आज पारंपरिक खेलों की विधाओं का आयोजन किया गया अनमें चम्मच दौड में प्रथम कु सुरेखा उईके, द्वितीय प्रियंका यादव एवं तृतीय रजनी भुसारे रही। जलेबी दौड़ में प्रथम मुस्कान बी, द्वितीय कुसुम कुषवाह, तृतीय रिया मेहरा रहीं। पिड्डू में प्रथम प्रियंका यादव, द्वितीय दीप्ति कुषवाह, तृतीय सुहानी यदुवंषी, रहीं। घोडा बादाम छाई में प्रथम देविका तिवारी, द्वितीय मुस्कान बी, तृतीय सुहानी यदुवंषी रहीं। चपेटे में प्रथम आरती राजपूत, द्वितीय अंजू धुर्वे, तृतीय पलक उईके रही। ऑख मिचौली में प्रथम आस्था व्यास, द्वितीय हेमा चौरे, तृतीय नमामि गौर रहीं।
गिप्पा में प्रथम महिमा रैकवार, द्वितीय राधिका पुरोहित, तृतीय नेहा लौवंषी रहीं। वर्फ पानी में प्रथम प्रतिभा चौरे, द्वितीय ऊषा पटैल, तृतीय प्राची चौरे रहीं। बोरा दौड़ में प्रथम सुरेखा उईके, द्वितीय खुषी पटैल, तृतीय प्रार्थना बरकडे रहीं। त्रिटंगी दौड में प्रथम प्रियंका यादव एवं मरियम नूर, द्वितीय सुरेखा उईके एवं रजनी भुसारे, तृतीय रीना कुषवाह एवं सलोनी मीना रहीं। कुर्सी दौड में प्रथम स्नेहा राजपूत द्वितीय रमीक्षा पुर्विया तृतीय महिमा रैकवार रहीं रस्सी कूद में प्रथम ष्ष्वेता कुषवाह, द्वितीय वर्षा चौरे, तृतीय प्रार्थना तिवारी रहीं।
उपरोक्त विधाओं के प्रभारी के रूप में डॉ. यषवंत निंगवाल, डॉ. चंद्रषेखर राज, डॉ. भारती दुबे, डॉ. रष्मि श्रीवास्तव, डॉ. मनीष चंद्र चौधरी, डॉ. हेमंत चौधरी, डॉ. अनिल रजक, डॉ. संगीता पारे, डॉ. घनष्याम डेहरिया, श्री देवेन्द्र सैनी, श्री शैलेन्द्र तिवारी, डॉ. विजया देवासकर ने छात्राओं का मार्गदर्षन किया। इस अवसर पर महविद्यालय के प्राध्यापक एवं बड़ी संख्या में छात्राए उपस्थित रहीं।