रहटगांव लोक रंग महोत्सव के तीसरे दिन रहटगाँव में आयोजन हुआ। जहाँ क्षेत्र के जाने माने गायक पंकज खंडेरिया ने गणगौर के गीत गायें। मालवा क्षेत्र के सुप्रसिद्ध गायक दयाराम जी और उनकी टीम ने निर्गुण और कबीर के भजनों की प्रस्तुति दी। क्षेत्र के प्रसिद्ध गायक राहुल यादव ने अपने भजनों से समा बाँधा और सरस वन में भजन गाकर रहटगाँव की महिलाओं, पुरुषों और बच्चों को साथ लाकर झूमा दिया। हज़ारो की संख्या में आये रहटगाँव के लोगो ने इस कार्यक्रम में शामिल होकर लोक रंग महोत्सव में बंधुता और समरसता का परिचय दिया। कार्यक्रम में पधारे ज़िला वन अधिकारी अंकित पांडे जी ने कार्यक्रम का हिस्सा बने और वे कहते हैं कि कला अभिव्यक्ति का सबसे अच्छा माध्यम हैं जिसे हमे ज़्यादा से ज़्यादा आगे बढ़ाना चाहिए। संस्था के अंशुल सिकरवार ने कहा कि लोक रंग लोगो का हैं और लोग ही भारत की जड़ हैं। कला इन जड़ो को मज़बूत करती हैं। रहटगाँव के सरपंच, सचिव एवं लोगो ने बंधुता व समरसता की बात करने वाले लोक रंग महोत्सव को लोगो तक पहुँचाने में भागीदारी की। इस कार्यक्रम में रहटगाँव, टिमरनी और आस-पास के हज़ारो लोगो ने सिरकत की ।
टिमरनी से श्रीराम कुशवाहा की रिपोर्ट