विदिशा जिला ब्यूरो मुकेश चतुर्वेदी
गंज बासौदा वेदांत आश्रम गंजबासौदा में रूद्र महायज्ञ एवं शिव महापुराण के सप्त दिवसीय कार्यक्रम में दूसरे दिन अपने प्रवचनों में जगतगुरु अनंतानंद द्वाराचार्य डॉ स्वामी राम कमल दास वेदांती जी महाराज ने बताया कि वस्तुतः भगवान शिव ही संपूर्ण जगत के माता-पिता है। भगवान शिव का परिवार एक आदर्श परिवार है। प्रत्येक प्राणी को भगवान शिव की तरह अपने परिवार का मुखिया बनना चाहिए । भगवान शिव के परिवार में उनकी पत्नी महाशक्ति पार्वती तथा उनके पुत्र प्रथम पूज्य श्री गणेश जी, देव सेनापति श्री कार्तिकेय जी है । भगवान शिव के परिवार के सभी सदस्यों की संसार में बड़े आदर के साथ पूजा होती है । संसार की प्रत्येक बहू बेटी अपने जीवन में श्रेष्ठ वर व सुख संपदा को प्राप्त करने के लिए भगवती पार्वती की आराधना कर अपने लिए सुख संपदा के साथ-साथ श्रेष्ठ वर की याचना करती है। भगवान शिव के एक पुत्र श्री गणेश अपने श्रेष्ठ आचरण के कारण किसी भी पूजा अनुष्ठान में सबसे पहले पूजे जाते हैं क्योंकि उन्होंने जब अपने मूसक वाहन पर बैठकर ब्रह्मांड की परिक्रमा करने में अपने आप को असमर्थ पाया तो उन्होंने अपने माता पिता को ही समस्त ब्रह्मांड के अधिपति व सर्वश्रेष्ठ देवता मानकर उन्ही की पूजा व परिक्रमा करके प्रथम पूज्य देवताओं की पदवी प्राप्त कर ली ।
आज के युवाओं को श्री गणेश जी के इस चरित्र से यह शिक्षा लेनी चाहिए कि माता-पिता से बढ़कर और कोई देवता नहीं है। जो बच्चे युवावस्था की दहलीज पर कदम रखते ही अपने माता-पिता को भूल जाते हैं उनका सम्मान नहीं करते वे कभी संसार में प्रतिष्ठित पद को प्राप्त नहीं करते हैं। शिव महापुराण में जीव की मुक्ति के रूप में शिव महापुराण की कथा को श्रवण करना ,भगवान शिव के नाम की संकीर्तन करना, रुद्राभिषेक करना, सर्वश्रेष्ठ साधन माना गया है। मनुष्य को भक्ति पथ पर चलने के लिए सबसे पहले दुर्ब्यसनो का त्याग करना चाहिए।मंदिरा और गंगाजल एक साथ नहीं चल सकते इसलिए सभी मोक्षकामी व्यक्तियों को सबसे पहले कुसंगति का त्याग कर अच्छी संगति में रहते हुए संसार की प्रत्येक नारी का , चाहें वो बड़ी हो या छोटी, उस का आदर करना चाहिए। सद्गुणों से संपन्न व्यक्ति की भक्ति ही भगवान शिव को प्रसन्न कर सकती है।
महंत श्री हरिहर दास जी ने बताया कि सुबह से रात्रि तक विभिन्न आयोजनों की मंत्रध्वनि से गुंजायमान पुरा वेदांत आश्रम परम पावन पवित्र और मनोकामनाएं पूर्ण करने वाला स्थल बन गया है।