हरदा श्रीनगर कॉलोनी में कुशवाहा परिवार द्वारा 22 जनवरी से कराई जा रही है श्रीमद् भागवत कथा में आज कथा के पांचवे दिन कहां कि पुण्य नष्ट हो ऐसा कोई काम नही करे, हमारी आय बड रही है ये दिख रहा है पर आयु कम हो रही ये नही दिखता,जितनी वडी इनकम उतने हुऐ दिन कम, पहले हम आयु देखकर सम्मान करते थे पर अब हम आय देखकर सम्मान करने लगे।हम धर्म करते समय बिश्वास रखे कि धर्मात्मा के पीछे परमांत्मां खडे रहते है।हमारा मनुष्य जन्म मुक्ति पाने के लिऐ हुआ है केवल नुक्ति खाने के लिऐ नही,हमने कथाओ मे भक्ति से ज्यादा नुक्ति पर भंडारे पर ध्यान दे दिया। जिससे कथा मे आत्मज्ञान की जगह आडम्बर बड गया। जिस उम्र मे चलने मे चक्कर आ रहे है हम उस उम्र मे भी माया के चक्कर मे पडे है ।धर्म मे अर्थ की अधिकता अर्थ की जगह अनर्थ हो जाता है। हमारी नियत ही खराब है ,और हम नियति को दोष दे रहे है। कथा मे कल भगवान के विवाह उत्सव की कथा सुनाई जाऐगी।
हरदा से श्रीराम कुशवाहा की रिपोर्ट