कटनी( 15 जनवरी )- जिले में समर्थन मूल्य पर अब तक 39 हजार 586 किसानों से 3 लाख 52 हजार 266 मीट्रिक टन धान उपार्जन किया जा चुका है। जो पिछले साल की तुलना में 105.39 फीसदी है। उपार्जित धान का किसानों को अब तक 339 करोड़ रुपए का भुगतान भी किया जा चुका है, शेष भुगतान जल्दी ही कर दिया जाएगा।
जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू होने के बाद से अब तक कलेक्टर अवि प्रसाद की निगरानी और निर्देश पर की गई निरंतर कार्यवाहियों की वजह से दलालों, बिचौलियों और व्यापारियों द्वारा जिले में समर्थन मूल्य के खरीदी केंद्रों में धान नहीं बेची जा सकी। किसानों के अलावा व्यापारियों द्वारा बाहर से लाकर यहां के उपार्जन केंद्र में धान बिक्री के कुत्सित प्रयासों और मंसूबों को प्रशासनिक सजगता की वजह से सफलता नहीं मिली।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने ऐसे व्यापारियों दलालों के विरुद्ध कार्यवाही हेतु त्रि-स्तरीय निगरानी सिस्टम तैयार किया था। जिसके काफी सार्थक नतीजे मिले। करीब दर्जन भर वाहन जप्त किए गए और बड़ी मात्रा में धान की जब्ती भी की गई।
खरीदी में बहोरीबंद अव्वल
समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन मामले में जिले की सभी तहसीलों में से बहोरीबंद तहसील अव्वल है। यहां के 9 हजार 706 किसानों ने 90 हजार 972 मीट्रिक टन धान बेची है।
जबकि कटनी तहसील के 3 हजार 492 किसानों से 36 हजार 875 मीट्रिक टन, बड़वारा तहसील की 4 हजार 747 किसानों से 35 हजार 426 मीट्रिक टन तथा बरही तहसील के 4 हजार 322 किसानों से 38 हजार 714 मीट्रिक टन धान खरीदी गई है।
इसके अलावा ढीमरखेड़ा तहसील के 6 हजार 642 किसानों से 52 हजार 760 मीट्रिक टन और रीठी तहसील के 5 हजार 55 किसानों से 47 हजार 131 मीट्रिक टन धान तथा विजयराघवगढ़ तहसील के 3 हजार 762 किसानों से 31 हजार 895 मीट्रिक टन तथा स्लीमनाबाद तहसील की 1 हजार 860 किसानों ने 17 हजार 214 मीट्रिक टन धान समर्थन मूल्य पर बेचा है।