रिपोर्ट चंद्रिका यादव चंदौली
चंदौली। माघ कृष्णपक्ष की चतुर्थी तिथि को नगर से लेकर ग्रामीणांचलों के मंदिरों व घरों में व्रती महिलाओं ने गणेश चतुर्थी की कथा पुरोहित से श्रवण किया तथा चंद्र को अर्घ्य देकर पुत्र के दीर्घायु की कामना की। गणेश चतुर्थी का व्रत मंगलवार को जिले में परंपरागत रूप से आस्था व श्रद्धा के साथ मनाया गया। पुत्रों के दीर्घायु व सुख-समृद्धि की कामना के साथ माताएं निर्जला व्रत रहीं। वही दिन भर घरों में भक्तिमय माहौल रहा। सुबह घरों की साफ-सफाई की गई।
व्रती महिलाओं ने तिल युक्तजल से स्नान किया। इसके बाद निर्जल व्रत का संकल्प कर आदि देव भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की। दिन में तिल व चावल के लड्डू बांधे व बांटे गए। शाम को चंद्रदर्शन के बाद व्रती महिलाओं ने पुन: भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की तथा चंद्रमा व गणेशजी को अर्घ्य अर्पित कर मंगल कामना की। गणेशजी को तीन, तिथि को तीन व चंद्रमा को श्वेत चंदन व तिल युक्त जल से सात अर्घ्य दिए गए। भगवान गणेश को तिल का लड्डू आदि अर्पित की। पूजन-अर्चन के बाद फलाहार किया और जल ग्रहण किया। पूरे दिन माहौल भक्ति से ओतप्रोत रहा। वही ब्रती पुष्पा दुबे ने बताया कि आस्था व भक्ति के साथ व्रती महिलाओं ने विघ्न-बाधाओं को दूर करने के लिए पूरा दिन भगवान गणेश को स्मरण करते हुए बिताया। इस अवसर पर संध्या देवी प्रभावती पांडेय, पुष्पा दुबे, किरन देवी, पूनम ,प्रिया चौबे, सुधा, सीमा, चंदा, कृष्णकांती , सुनीता ,रीना देवी सहित आदि महिलाओं ने पूजा अर्चना की।