एक जनवरी 2023 से अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष आरम्भ हो गया है जिसका उद्देश्य बदलती जलवायु व परिस्थितियों में मोटे अनाज के पोषण, स्वास्थ्य लाभ और इसकी खेती के लिए उपयुक्तता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। मोटे अनाज वाली फसलों जैसे ज्वार, बाजरा, रागी, सावां, कंगनी, चीना, कोदो, कुटकी और कुट्टू को मिलेट क्रॉप कहा जाता है। मिलेट्स को सुपर फूड कहा जाता है, क्योंकि इनमें पोषक तत्व अपेक्षाकृत अधिक मात्रा में होते हैं। मोटे अनाज का प्रचलन बढ़ने से जनसामान्य सहित किसानों को लाभ मिलने की बड़ी सम्भावना है। इससे कुपोषण की समस्या से निपटने का नया और सरल मार्ग भी मिलेगा। इस दिशा में गत दिवस छिंदवाड़ा जिले में अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष 2023 का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले द्वारा मिलेट्स से बने 4 खाद्य पदार्थो को लाँच किया गया। इन मिलेट्स उत्पादों में मिलेट्स रस्क, मिलेट्स मल्टी ग्रैन आटा, मिलेट्स बार, मिलेट्स कूकीज आदि शामिल हैं । उन्होंने मिलेट्स मिशन के प्रचार-प्रसार के लिये मिलेट्स पोषण डायरी का विमोचन भी किया ।
कलेक्टर श्रीमती पटले ने मिलेट्स उत्पादों के संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार करने और जिले के अन्य आदिवासी विकासखंडों में भी इस दिशा में प्रयास करने के निर्देश दिये । साथ ही जिले में तैयार किये जा रहे मिलेट्स के इन उत्पादों को ऑनलाइन प्लेटफार्म पर भी विक्रय के लिये उपलब्ध कराने के संबंध में सार्थक प्रयास करने के लिये निर्देशित किया। इस अवसर पर उप संचालक कृषि श्री जितेंद्र सिंह द्वारा मिलेट्स में निहित पोषक तत्वों से अवगत कराया गया। जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड श्रीमती श्वेता सिंह ने बताया कि नाबार्ड द्वारा जिले के विकासखंड तामिया के ग्राम हर्षदिवारी में मिलेट्स प्रोसेसिंग सेंटर विकसित किया गया है जिसका संचालन नाबार्ड द्वारा गठित कुटकी एफ़पीओ द्वारा किया जा रहा है। इस प्रोसेसिंग सेंटर में कोदो-कुटकी की प्रोसेसिंग का कार्य होता है जिसमें थ्रेसिंग, डिस्टोनिंग, भूसी निकालना, आटा बनाना, फिर उस आटे से बिस्कुट बनाना जैसे कार्य सम्मिलित हैं। उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के उपलक्ष्य में एफ़पीओ के सदस्यों द्वारा मिलेट्स रस्क, मिलेट्स मल्टी ग्रैन आटा, मिलेट्स बार, मिलेट्स कूकीज का उत्पादन शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में मिलेट्स प्रोसेसिंग सेंटर पर एक कार्यशाला संपन्न हुई जिसमें किसानों को सेंटर पर उपलब्ध सुविधाओं के बारे में बताया गया और मिलेट्स की पैदावार बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। उन्होंने बताया कि मिलेट्स से बने उत्पादों की मार्केटिंग नाबार्ड द्वारा गठित 3 एफ़पीओ सतधारा एफ़पीओ, पातालकोट एफ़पीओ और तामिया एफ़पीओ द्वारा की जा रही है। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत श्री हरेन्द्र नारायण, एसडीएम छिंदवाड़ा श्री अतुल सिंह, वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक और कृषि एवं सह संबध्द विभागों के अधिकारी मौजूद थे