नर्मदापुरम ब्यूरो रिपोर्ट
नर्मदापुरम । कुछ नया करने की चाह व्यक्ति के आर्थिक विकास के नये रास्ते खोल सकती है। यह बात माखननगर जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत रजौन के कृषक गोविन्द राव ने सच कर दी है। गोविन्द राव बताते है कि वो विगत 40 वर्षों से कृषि से अपने परिवार का जीवनव्यापन कर रहे थे, परन्तु आर्थिक रूप से उनकी स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी । फिर उन्होंने अपने खेत के कुछ भाग में तालाब निर्माण कराकर मछली पालन करने का विचार किया एवं उनके इस विचार को मनरेगा योजना की मीनाक्षी उपयोजना ने साकार किया।
गोविन्द राव के भूमि का छोटा सा रकबा है जो पूर्णतः सिंचित न होने के कारण उसमें फसल की पैदावार भी कम होती थी। तब उन्होने ग्राम पंचायत में संपर्क कर मछली पालन करने की इच्छा बताई एवं अपना खसरा नक्षा ग्राम पंचायत को उपलब्ध कराया। ग्राम पंचायत द्वारा भी त्वरित रूप से गोविन्द राव के खेत पर मनरेगा अंतर्गत मीनाक्षी तालाब निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया। इस तालाब निर्माण से गोविन्द राव व उसके परिवार को मजदूरी का कार्य भी प्राप्त हुआ। तालाब निर्माण कार्य कुल लागत 5.96 लाख रुपए वर्ष 2021-22 स्वीकृत किया गया। जिसके बाद गोविन्द राव ने तालाब में कामनकार, रोहू, नरेल, आदि प्रजातियों की मछलियों का पालन किया जिससे उन्हें प्रथम वर्ष से ही मुनाफा होने लगा। गोविन्द राव जो पूर्व में स्वयं को एक असफल कृषक मानते थे वो मीनाक्षी तालाब मिलने से एक सफल मछली उत्पादक बन गये। जिसका प्रमाण यह है कि उन्हें मत्स्य क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु आत्मा गवर्निंग बोर्ड नर्मदापुरम द्वारा पुरस्कृत किया गया व 10 हजार रुपए की सम्मान के रूप में प्रदाय की गयी।
गोविन्द राव कहते हैं कि मनरेगा योजना के मीनाक्षी तालाब ने मेरे साथ ही मेरे छोटे भाई पुरुषोत्तम राव व गांव के अन्य कमजोर वर्ग के कृषकों के लिए रोजगार का एक सशक्त माध्यम निर्मित किया गया। अब हम पूरी तरह आत्मनिर्भर हो गये हैं। हमारी आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है जिससे सामाजिक रूप से भी हमारा सम्मान बढा है।