प्रदीप गुप्ता/ नर्मदापुरम/ (इटारसी) सरकारी अस्पताल में चल रही डॉक्टरों की मनमर्जी। अधीक्षक के उंगलियों के इशारे पर चल रही स्वास्थ्य की अव्यवस्था। 18 दिसम्बर की रात को एक दुर्घटना हुई, जिसमें 4 लोग कार में सावर थे जिसमें से एक कि मौत हो गई। 3 घायल हो गए, उपचार के लिए जब एम्बुलेंस द्वारा सरकारी अस्पताल लाया गया तो डॉक्टर ने मृतक को एक तरफ स्ट्रेचर पर कर दिया , वही दूसरे घायल को प्राथमिक उपचार देकर रेफर कर दिया औऱ घायलों को डॉ. ने जल्दबाजी में प्राथमिक उपचार तो दे दिया उसके बाद उन घायलों को स्ट्रेचर पर ही छोड़ कर आराम करने चले गए। अब डॉक्टर साहेब का आराम का समय था तो जितना इलाज हुआ किया औऱ चले गए। मरीज के सिर से खून बह रहा है स्ट्रेचर पर उनका कोई परिचित जब मरीज के सिर से खून बहता हुआ देखता है तो डॉक्टर को ढूंढता है पर डॉक्टर साहब तो आराम में थे। वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है। जब मिडिया टीम ने अस्पताल की अव्यवस्थाए देखी तो किसी मरीज को बेडशीट नही दी तो किसी को चादर। रात को अस्पताल में डॉ. औऱ नर्स आते तो है पर सिर्फ आराम फरमाने स्वच्छता का नामोनिशान दूर दूर तक नही। हेल्प डेस्क पर कोई नही, कई घण्टे खाली पड़े होते है कुर्सी टेबल, डॉक्टरों का कोई आने जाने का समय निर्धारित नही
मरीज घण्टों करते है डॉक्टर साहेब की प्रतीक्षा, पर डॉ साहब तो सरकरीं ड्यूटी जो निभाने बैठे और सबसे बड़ी बात डॉक्टरों का और अधीक्षक का रवैया लोगो के प्रति बिल्कुल ठीक नही है। जब मिडिया टीम अस्पताल की अव्यस्थाओ के विषय में अधीक्षक महोदय आर के चौधरी से पूछती है तो अधीक्षक साहेब अपनी अव्यस्थाओ पर पर्दा डालते हुए हमारे कैमरामैन को कहते है बन्द करो कैमरा और अपनी उंगलियों को लहराते है अधीक्षक चौधरी। खैर जो भी हो यह है हमारे यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था ।