नर्मदापुरम – इटारसी के नागपुर कला की डायवर्टेड भूमि पर बड़ी संख्या में पहुंचे सेवानिवृत कर्मचारी एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी के निर्देशन में पिछले कई वर्षों से सीमांकन को लेकर परेशान हो रहे सेवानिवृत्त आयुध निर्माणी कर्मचारियों के हित में उनकी डायवर्टेड भूमि का वर्षो बाद सीमांकन कराया गया है। जिसके बाद सेवानिवृत्त कर्मचारियों की कॉलोनी बनने का मार्ग भी खुल गया है। आरआई मदन सिंह बारस्कर ने बताया कि ग्राम पांडूखेड़ी में एक डायवर्टेड भूमिका सीमांकन कराया गया है जिन लोगों के प्लॉट यहां पर हैं, सीमांकन कराकर टैक्स भरने के लिए भी कहा है। उल्लेखनीय है कि तहसील मुख्यालय इटारसी से करीब 16 किलोमीटर दूर स्थित केंद्रीय संस्थान आयुध निर्माणी इटारसी के कर्मचारियों द्वारा आयुध निर्माणी कर्मचारी सहकारी साख समिति मर्यादित इटारसी के तत्वाधान में वर्ष 1989_90 में सर्वसम्मति से सहकारी समिति के माध्यम से ग्राम नागपुर कला (पांडूखेड़ी) में करीब 3 एकड़ रकबे में नेहरू कॉलोनी के नाम से प्रस्ताव स्वीकृत किया था। जिसका मूल उद्देश्य रहा कि सेवानिवृत्ति उपरांत कर्मचारी अपने परिवार सहित यहां प्राकृतिक वातावरण में निवास करेंगे। जिसके बाद डायवर्टेड भूमि खसरा नंबर 325 रकबा 0.943 हे. एवं खसरा नंबर 326 रकबा 0.243 हे. इस तरह कुल जुमला रकबा 1.1860 हे.याने 2.93 एकड़ डायवर्सन भूमि में समिति द्वारा प्लॉटिंग की गई थी। इस दौरान आयुध निर्माणी के कई कर्मचारी स्थानांतरित होकर अन्यत्र चले गए या कुछ सेवानिवृत्त होकर अन्य स्थानों पर परिवार सहित चले गए इस दरमियान जिन कर्मचारियों ने समिति के माध्यम से प्लॉट लिए थे समय-समय पर उक्त क्षेत्र में जाते रहे हैं। कई कर्मचारियों द्वारा टैक्स भी जमा किया गया।पिछले दिनों तहसील कार्यालय इटारसी से प्लॉट धारियों को उक्त स्थल की सीमांकन सूचना प्राप्त हुई, जिसके बाद कई सेवानिवृत्त कर्मचारी व उनके परिजन दस्तावेज लेकर उक्त डायवर्टेड भूमि पर पहुंचे। जहां पर इटारसी एसडीएम व तहसीलदार के दिशा निर्देशन में आरआई व पटवारियों की टीम ने विवाद की संभावना को लेकर पुलिस की मौजूदगी में सीमांकन कार्य किया। इस दौरान उक्त भूमि पर खेती करने वाले परिवार के बयान भी दर्ज किए गए और सभी की मौजूदगी में पंचनामा तैयार किया गया ।एसडीएम मदन रघुवंशी ने बताया कि ग्राम नागपुर कला में डायवर्टेड भूमि पर काफी समय से सेवानिवृत्त कर्मचारियों की तरफ से सीमांकन के लिए निवेदन किया जाता रहा। जिसके तारतम्य में उक्त स्थल का सीमांकन कराया गया। उक्त स्थल पर कॉलोनी हेतु डायवर्टेड भूमि यथास्थिति में है। आयुध निर्माणी के सेवानिवृत वरिष्ठ कर्मचारी नेता डिफेंस सिविलयन एम्पलाइज पेंशनर्स एसोसिएशन सचिव एनएस चौहान ने बताया कि आयुध निर्माणी कर्मचारियों के लिए 1990 में ग्राम नागपुर कला की डायवर्टेड भूमि में प्लॉटिंग की गई थी परंतु सीमांकन के अभाव में कब्जा नहीं मिल पा रहा था। एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी द्वारा सीमांकन कराया गया है, जमीन पर अवैध कब्जाधारी द्वारा अनावश्यक धमकी दी जा रही थी शासन से आग्रह है कि प्लॉट धारियों को सीमांकन कराकर उनकी भूमि दी जाए और वर्तमान में दिशा निर्देश दिए जाएं ताकि वहां कोई भी डायवर्टेड प्लॉट पर खेती किसानी नहीं करें।