प्रदीप गुप्ता/नर्मदापुरम/ 2 दिन पुराने हुए विवाद का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कुछ लोग आपस में एक दूसरे से लड़ते नजर आ रहे हैं। मामले की तहकीकात की तो पता लगा कि चकबंदी के दौरान हुई एक त्रुटि के कारण उपजे जमीनी विवाद में बिल्डर और जमीन पर काबिज कब्जाधारी के बीच मंगलवार को विवाद की स्थिति निर्मित हो गई थी। जहां देहात थाना प्रभारी और नायब तहसीलदार ने मामले को रफादफा कर फौजदारी होने की स्थिति को टाला। दरअसल कुलामढ़ी रोड पर स्थित खसरा नंबर 137 को लेकर विवाद है। जिसके सीमांकन के लिए देवेंद्र राय ने कुछ दिन पहले आरआई को आवेदन भी दिया वही इसी जमीन को बिल्डर पचौरी द्वारा हक जताया गया एवम् एसडीएम को आवेदन देकर जमीन पर देवेंद्र राय का अतिक्रमण बताकर भूमि खाली कराने आवेदन दिया। जिस पर एसडीएम ने नायब तहसीलदार और राजस्व अमले को अतिक्रमण हटाने के आदेश देकर टीम रवाना कर दी । जहां देवेंद्र राय के पक्षधर लोग भी आ गए जिससे आमने सामने की स्थिति निर्मित हो गई।
*क्या है विवाद*
दरअसल विवाद का मूल कारण चकबंदी के दौरान खसरे नंबर बदलाना है। देवेंद्र राय ने 1994 में जब उक्त भूखंड खरीदा था तो उसका खसरा नंबर 50/5 था जिसमें से एक एकड़ जमीन इनके द्वारा क्रय की गई और जिसका डायवर्सन भी जुलाई 2000 में एसडीएम द्वारा किया गया। परंतु चकबंदी के दौरान खसरा नक्शा में देवेंद्र राय का नाम अंकित न हो पाने के कारण पूर्व भूमि स्वामी द्वारा उक्त भूमि अन्यत्र को बेच दी गई। जिनसे बाद में 2020 में राजेंद्र पचौरी ने उक्त जमीन खरीद ली। इस खसरे के पुराने क्रेता और कब्जाधारी होने के नाते देवेंद्र राय उक्त भूखंड से कब्जा छोड़ने को तैयार नहीं थे, और जब वे एक साल पूर्व इस पर बाउंड्री बाल बनाना चाहते थे सिविल कोर्ट से एक अन्य आवेदक राकेश शर्मा द्वारा स्थगन आदेश लिया गया। जिसमें भूखंड की यथा स्थिति के आदेश न्यायालय ने जारी किए थे,परंतु वर्तमान में राजेंद्र पचौरी के आवेदन पर एसडीएम द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही किए जाने पर नया विवाद खड़ा हो गया। देवेंद्र राय का कहना है कि अतिक्रमण हटाने धारा 248/250 की कार्यवाही न करते हुए बिना उनको सूचना या नोटिस दिए सीधे कार्यवाही किया जाना न्यायसंगत नहीं है। साथ ही सिविल कोर्ट से ने व्यक्ति द्वारा स्टे लिया गया है स्टे हटने के पूर्व एसडीएम न्यायालय को कार्यवाही का अधिकार नहीं है। उक्त मामले में देवेंद्र राय की और से उनके भाई गोविंद राय ने कलेक्टर नीरज कुमार सिंह को समस्त दतावेज प्रस्तुत कर न्यायोचित कार्यवाही की मांग की है।