प्रदीप गुप्ता/ नर्मदापुरम/(सीहोर) जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के पश्चात कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह ने चिकित्सालय में समस्त चिकित्सकों की बैठक आयोजित कर अस्पताल की व्यवस्था और सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए सभी को एक टीम वर्क के रूप मे काम करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों में भी सभी के प्रयासों से व्यवस्थाओं को बेहतर बनाया जा सकता है। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि कायाकल्प अभियान के तहत जिला चिकित्सालय के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सभी अपने दायित्व का गंभीरता से निर्वहन करें। विशेष रूप से साफ-सफाई के मामले में पूरे अस्पताल का स्टाफ सक्रिय भूमिका निभाए। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी कमियों को दूर करके भी व्यवस्था को बेहतर बनाया जा सकता है। उन्होंने सभी चिकित्सा स्टाफ से कहा कि वे स्वप्रेरणा से काम करेंगे तो निश्चित ही सार्थक परिणाम आएंगे। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के स्टेट क्वालिटी ऐसेसर डॉ. विवेक मिश्रा, सीएमएचओ डॉ. एसके डेहरिया, सिविल सर्जन डॉ. प्रवीर गुप्ता, आरएमओ डॉ. नवीन मेहर, मैनेजर सुश्री संजुलता भार्गव सहित सभी चिकित्सक उपस्थित थे।
*कुपोषण को समाप्त करने नियमित जांच और पर्याप्त पोषण जरूरी*
कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक में कहा कि कुपोषण को पूरी तरह समाप्त करने में महिला बाल विकास के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि गर्भधारण से ही माता को सही पोषण मिले और जन्म के बाद बच्चे की नियमित जांच की जाए तो कुपोषण को पूरी तरह से समाप्त किया जा सका है। उन्होंने कहा कि कुपोषित बच्चों की पहचान के बाद उसे एनआरसी में भर्ती किया जाए। एनआरसी की माता और शिशु के लिए सभी आवश्यक पोषक आहार तथा रहने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।
*कलेक्टर ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा*
कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह ने जिला चिकित्सालय की सुविधाओं और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने ओपीडी, एसएनसीयू, ऑपरेशन वार्ड, जनरल वार्ड, दवा वितरण केंद्र, सोनोग्राफी कक्ष, प्रसव एवं जांच कक्ष, दवा केंद्र, लॉन्ड्री आदि के साथ ही अस्पताल परिसर की स्वच्छता का भी अवलोकन किया। कलेक्टर श्री सिंह ने निरीक्षण के दौरान उपस्थित चिकित्सकों तथा स्टाफ से आवश्यक व्यवस्थाओं के संबंध में तथा मानव संसाधन, आवश्यक उपकरणों, मशीनों की पर्याप्त उपलब्धता की जानकारी ली।