प्रदीप गुप्ता/नर्मदापुरम/शासकीय गृहविज्ञान स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय में कार्यालय जिला चिकित्सालय के सौजन्य से एवं राष्ट्रीय सेवा योजना व एनसीसी के तत्वाधान में प्राचार्य डॉ श्रीमती कामिनी जैन के मार्गदर्शन में विश्व सर्वाइकल कैंसर दिवस के उपलक्ष्य में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ मां सरस्वती पूजन के साथ किया गया, कार्यशाला में प्राचार्य कामिनी जैन ने अपने उद्बोधन में बताया कि आज कि आधुनिक जीवन शैली में और हमारे खान-पान के कारण अनेक प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ देखने को आ रही है जिसमें सर्वाइकल कैंसर एक बेहद गंभीर बीमारी है। इस विषय पर जन जागरूकता अतिआवश्यक है। छात्राओं को सर्वाइकल कैंसर की जानकारी से अवगत कराने का उद्देश्य है कि वह स्वयं तो अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग होंगी साथ ही साथ वह अपने परिवार आस पड़ोस की महिलाओं को इस बीमारी के प्रति सजग करेंगी सर्वाइकल कैंसर 20 से 29 वर्ष की महिलाओं में संभावना अधिक होती है यह वर्तमान समय की मुख्य समस्या है जागरूकता से इससे 70 प्रतिशत तक बचा जा सकता है खानपान में सुधार, व्यायाम एवं नियमित परीक्षण से इस बीमारी से बचाव किया जा सकता है। कार्यक्रम के संयोजक राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. हर्षा चचाने ने बताया कि जिला चिकित्सालय से कैंसर विभाग के द्वारा इस कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। मुख्य वक्ता के रूप में जिला कैंसर समन्वयक आशुतोष सेंगर ने छात्राओं को पीपीटी के माध्यम से सर्वाइकल कैंसर के विषय में विस्तार पूर्वक बताया कि सर्वाइकल कैंसर का पता लगाने के लिए एच.पी.वी. टेस्ट किया जाता है जो सभी शासकीय चिकित्सालयों में निःशुल्क होता है प्री सर्वाइकल कैंसर का इलाज सस्ता कम समय में लाभ प्रदान करने वाला है। अधिकांश सर्वाइकल कैंसर पेपिलो वायरस संक्रमण के कारण होता है। हमें महावारी संबंधी समस्याओं को नजर अंदाज नहीं करना चाहिए। आपकी स्वच्छता अच्छे स्वास्थ्य की कुंजी है। कैंसर भयानक शब्द है परंतु इससे डरकर नहीं डटकर सामना करना चाहिए।कार्यशाला के अंत में छात्राओं एवं स्टाफ द्वारा अपनी समस्याओं से अवगत कराया कार्यक्रम को सफल संचालन डॉ कीर्ति दीक्षित एवं आभार डॉ. रीना मालवीय द्वारा दिया गया।कार्यक्रम में डॉ. रागिनी सिकरवार डॉ मनीषा तिवारी, डॉ. विजया देवासकर, डॉ मधु विजय कु. काजल बाथरे, एवं बड़ी संख्या में छात्राओं उपस्थित रही।