प्रदीप गुप्ता/नर्मदापुरम/पर्यटकों को नया रोमांच देने के लिए जिला प्रशासन नर्मदापुरम ने सभी तैयारी कर ली हैं। तीन महीने बाद पर्यटकों के लिए सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के द्वार खुलने के साथ ही तवा से परसापानी बोटिंग की भी शुरुआत हो गई है। 1 अक्टूबर को जिला प्रशासन द्वारा सतपुड़ा टाइगर रिजर्व एवं मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम के सहयोग से “डे आइलैंड टूर” का इवेंट आयोजित किया गया । जिसमें नर्मदापुरम कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक डॉ गुरकरन सिंह, फील्ड डायरेक्टर एसटीआर एल कृष्णमूर्ति ने पर्यटकों के साथ “तवा से परसापनी” बोटिंग और परसपानी जोन में जंगल सफारी का आनंद लिया। इस दौरान मीडिया प्रतिनिधि भी उपस्थित रहें।
*चूला चोखा आइलैंड बनेगा प्रमुख आकर्षण*
तवा से परसापानी की जलयात्रा में चूला चोखा आइलैंड प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहेगा। पर्यटक टापू पर लैंडिंग के अनुभव के साथ विभिन्न स्पीशीज़ की बर्ड्स और सनसेट के नजारे भी ले सकेंगे। कलेक्टर, एसपी एवं फील्ड डायरेक्टर ने बोटिंग के दौरान टापू में रुककर यहां के प्राकृतिक सौन्दर्यता का भी अवलोकन किया। कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि टी @ आइलैंड (चूला चोखा) पर्यटकों को नया रोमांच प्रदान करेगा। आगामी दिसंबर माह पर्यटकों के लिए आईलैंड की सैर शुरू की जाएगी।
*अद्भुत नजारों से भरपूर है तवा से परसापानी बोटिंग*
तवा से परसापानी की जलयात्रा के दौरान पर्यटकों को कई अद्भुत दृश्य देखने को मिलेंगे। सतपुड़ा की गोद में तवा नदी के बीच का यह क्षेत्र रोमांच के साथ शांत और सुकूनदायी अनुभव के इच्छुक पर्यटकों को यहां का प्रशांत वातावरण और पानी की सुखद स्वर लहरियां वह सब कुछ देती हैं जो उन्हें चाहिए। चारो और पानी के बीच निकले टापू प्रकृति की अनुपम छटा बिखेर रहें हैं।
*तवा से वाइल्ड लाइफ टूरिज्म को जोड़ा गया*
एक जिला एक उत्पाद के तहत नर्मदापुरम जिले को पर्यटन में नई पहचान मिल रही हैं। कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि जिले में तवा एक महत्वपूर्ण टूरिज्म प्वाइंट जहां पर्यटकों को नया अनुभव देने के लिए इवेंट्स प्रस्तावित किए गए हैं। तवा को वाइल्ड लाइफ टूरिज्म से जोड़ा गया हैं। जिससे अब सैलानी तवा से परसापानी तक बोटिंग का लुत्फ उठाने के साथ परसापानी में जंगल सफारी कर टाइगर , लेपर्ड, बायसन आदि वन्य प्राणियों को देख सकेंगे। साथ ही जंगल सफारी के बाद पर्यटक बोट के माध्यम से ही वापस भी आ सकेंगे।
*सैलानियों ने देखा लेपर्ड एवं चीतल*
पर्यटन केंद्र मढ़ई पिछले 30 जून से सैलानियों के लिए बंद था। मढ़ई में पहले दिन सुबह 6 बजे सारंगपुर तट पर सहायक संचालक संदेश माहेश्वरी ने फीता काटकर मढ़ई टूरिज्म को पर्यटकों के लिए खोला। इस दौरान सैलानियों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया। साथ ही मढ़ई पर्यटन केंद्र की ओर से सैलानियों को पौधे भेंट किए गए। मढ़ई में पहले दिवस पुणे, भोपाल, हैदराबाद आदि से आए पर्यटक जंगल सफारी के लिए पहुंचे थे। जंगल सफारी के बाद पर्यटकों ने अपने अनुभव बांटते हुए कहा सफारी के दौरान जंगल में स्वतंत्र विचरण करते हुए मोर, चीतल, बायसन, नीलगाय एवं लेपर्ड भी दिखाई दिया।
*वर्षा और संगीता कराएंगी पर्यटकों को जंगल सफारी , बगीरा एप रखेगा वाहनों की गति सीमा पर नियंत्रण*
सतपुरा टाइगर रिजर्व ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में उल्लेखनीय कदम उठाया है। 1 अक्टूबर से दो महिला सेहरा ग्राम की वर्षा उईके और संगीता सोलंकी को जिप्सी ड्राइवर के रूप में रखा गया है। यह पर्यटकों को जंगल सफारी कराएंगी। उल्लेखनीय है कि विगत वर्ष से 10 महिलाओं को भी मढ़ई कोर क्षेत्र में पर्यटकों को घुमाने के लिए गाइड के रूप में रखा गया है। इसी प्रकार सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के मालिक पाटन क्षेत्र में बगीरा ऐप का भी उपयोग 1 अक्टूबर से प्रारंभ किया गया है। यह एक जीपीएस आधारित ऐप है। इस ऐप के माध्यम से टाइगर रिजर्व प्रबंधन पार्क में चलने वाले वाहनों की गति सीमा पर नियंत्रण रखेगा एवं निर्धारित मार्गो पर वाहन चले यह सुनिश्चित करेगा।