मान्यता है कि नवरात्रि के दिनों में किए गए किसी भी कार्य में मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होता है और वो कार्य पूरी तरह सफल होते हैं. नवरात्रि के दौरान कुछ चीजों को खरीदकर घर लाना भी शुभ माना जाता है. मान्यता है कि इससे परिवार में सुख-शान्ति और बरकत आती है. आइए जानते हैं उन चीजों के बारे में.
1 सुहाग का सामान
माता को शृंगार करना बहुत अच्छा लगता है. ऐसे में शादीशुदा महिलाएं को नवरात्रि में मां दुर्गा को लाल चुनरी के साथ सुहाग का सामान चढ़ाना चाहिए. ऐसा करने से पति की आयु में बढ़ोतरी होती है. उसका जीवन संकट मुक्त हो जाता है. वैवाहिक जीवन भी अच्छा रहता है. अगर कुंवारी कन्या भी मां दुर्गा की पूजा करें तो उन्हें मनचाहे वर की प्राप्ति होती है.
2. मौली
अगर आपके मन में कोई विशेष मनोकामना है जिसकी पूर्ति माता से करवाना चाहते हैं, तो नवरात्रि के दिनों में मौली जरूर खरीदकर जरूर लानी चाहिए. मौली के धागे में नौ गांठें लगाकर मातारानी को समर्पित कर दें. इसके बाद उनसे मनोकामना की प्रार्थना करें. आपको माता का आशीर्वाद जरूर मिलेगा और कामना शीघ्र ही पूरी होगी.
3. पताका
नवरात्रि के पहले दिन ही लाल रंग का त्रिकोणीय पताका खरीदकर लाएं. इसे नवरात्रि में बहुत शुभ माना जाता है. दरअसल, पताका का मतलब होता है विजय की निशानी. नवरात्रि के दौरान उसे पूजा घर में नौ दिनों तक रखना चाहिए. उस पताके का पूजन भी करना चाहिए. ऐसा करने से घर में सुख शांति बनी रहती है. भक्त की हर मनोकामना पूरी होती है.
4 चांदी का सामान
ऐसी मान्यता है कि चांदी का कोई भी सामान समृद्धि का प्रतीक होता है. माना जाता है कि नवरात्रि के दिनों में अगर कोई भी चांदी की चीज घर पर लाई जाए तो उससे आर्थिक स्थिति मजबूत होती है. लेकिन, चांदी की किसी भी चीज का इस्तेमाल करने से पहले वह सामान मां दुर्गा को अर्पित करना चाहिए.
5. मिट्टी का मकान
नवरात्रि के दिनों में मिट्टी से बना छोटा सा मकान खरीदकर लाएं या घर में बना लें. इसके बाद उस मकान को माता के पास रखें. नौ दिनों तक मां दुर्गा की पूजा करें और वह मकान वहीं रखे रहने दें. मान्यता है कि इससे आपकी प्रॉपर्टी खरीदने के योग बनते हैं और घर में धन की कमी भी नहीं रहती. इसके अलावा परिवार में रहने वाले सभी सदस्यों के बीच मनमुटाव समाप्त हो जाते हैं.
यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एम पी न्यूज कास्ट इसकी पुष्टि नहीं करता है.