ढीमरखेड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक सप्ताह के भीतर प्रसव के दौरान हुई दो नवजात शिशुओं की मौत की घटना के मामले पर मंगलवार को जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश केवट ढीमरखेड़ा जांच करने पहुँचे। अस्पताल में पदस्थ स्वास्थ्य कर्मियों के अलावा झिंना पिपरिया गांव पहुँचकर बच्चों को जन्म देने वाली महिलाओं और उनके परिजनों से पूछताछ करते हुए उनके बयान लिया। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश केवट ने बताया कि अस्पताल स्टॉप और ग्रामीणों के कथन लिए गए हैं।जिसका जांच प्रतिवेदन बनाकर वरिष्ट अधिकारियों को भेजा जाएगा।
यहाँ बीएमओ ने आयुष डॉक्टर से किया पूछताछ:- ढीमरखेड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में आयुष डॉक्टर जितेन्द्र बंसल द्वारा हेम्योपैथीक इलाज किये जाने के मामले में ढीमरखेड़ा बीएमओ डॉ. बीके प्रसाद ने भी आयुष डॉक्टर से पूछताछ किया है। बीएमओ ने आयुष डॉक्टर से अस्पताल में बैठकर इलाज करने और किस अधिकारी के आदेश पर अस्पताल में बैठने की अनुमति दी गई है।संबंधित जानकारी दस्तावेज सहित मांगे हैं।इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग के स्टॉप की उपस्थिति रही। बीएमओ डॉ. बीके प्रसाद ने बताया कि ढीमरखेड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में एमओ डॉ. साम्या गुप्ता की पदस्थापना की गई है। बीते 6 सितम्बर को डॉक्टर ने ज्वाइनिंग भी कर लिया है।
रिपोर्टर राजेंद्र कुमार चौरसिया ढीमरखेड़ा कटनी