प्रदीप गुप्ता/नर्मदापुरम/ (पचमढ़ी) इंटरनेशनल सेंटर फॉर रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म (ICRT) की टीम में शामिल विभिन्न देशों के प्रतिनिधि मध्यप्रदेश की ग्रामीण संस्कृति, स्थानीय लोगों के स्वभाव व प्रेम, स्वादिष्ठ व्यंजन सहित यहां के प्राकृतिक सौंदर्य, पुरातात्विक धरोहरों से काफी प्रभावित और अभिभूत हुए है। मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड द्वारा आयोजित रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी (30 अगस्त से 10 सितंबर तक) के तहत आईसीआरटी की टीम प्रदेश के भ्रमण पर है। ग्वालियर, ओरछा, खजुराहो, मडला, छतरपुर में रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म की विभिन्न परियोजनाओं का अवलोकन कर टीम सोमवार को भोपाल लौट आई।आईसीआरटी के संस्थापक निदेशक और रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म पार्टनरशिप के प्रबंध निदेशक डॉ. हेरोल्ड गुडविन के नेतृत्व में यूके, दक्षिण अफ्रीका, फ्रांस, श्रीलंका आदि देशों से आए प्रतिनिधियों ने ओरछा का विश्व प्रसिद्ध लाडपुरा खास गांव भी देखा। ग्रामीणों ने पारंपरिक रूप से माला पहनाई, तिलक लगाया, फाग गीत एवं भजन सुनाए, स्थानीय पेय व भोजन खिलाकर गर्मजोशी से स्वागत किया। विदेशी मेहमान इस दौरान पूरी तरह से ग्रामीणों से घुल-मिल गए। आईसीआरटी की टीम दिनांक 09 सितंबर 2022 को जिला नर्मदापुरम के भ्रमण पर रही। जिला प्रशासन के सहयोग से आईसीआरटी की टीम विभिन्न गांव जैसे चोपना और सबरवाणी पोहोची और रूरल टूरसिम का अनुभव लिया। चोपना और सबरवानी ग्राम में ग्रामीणों ने टीम का स्वागत बड़ी जोर शोर से ढोल और डंडा नृत्य के साथ तिलक लगा कर एवम गुलदस्ते से किया। टीम ने गांव में विभिन्न होम स्टेज का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से चर्चा करी । टीम ने सबरवानी ग्राम में ही देसी ग्रामीण व्यंजनों का भोजन किया। चोपना एवम सबरवानी में विलेज वेज के सहयोग से विजिट सम्पूर्ण हुई।विलेज वेज की तरफ से हिमांशु उपस्थित रहे। जिला प्रशासन की तरफ से चंद्रमौली (पर्यटन प्रबंधक नर्मदापुरम) भी उपस्थित रहे। पचमढ़ी में सुरक्षित पर्यटन में महिला जीप चालकों को लाइसेन एवम सर्टिफिक दे कर उनका सम्मान किया और साथ ही महिला जीप चालकों से चर्चा की।मनोज सिंह (डायरेक्टर रूरल टूरिज्म) ने टीम के साथ मिल कर गांव में पर्यटन को बढ़ावा देने के बारे में ग्राम वासियों से चर्चा की।