रिपोर्टर प्रिया दुबे
कटनी,। संजय नगर में विराजे प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश की 151 प्रतिमाओं का कल अनंत चतुर्दशी के वसर पर घुघरा स्थित नदी में अपार श्रद्धा एवं भक्तिभाव के बीच विसर्जन किया गया। गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ… के गगनचुंबी जयघोषों के बीच बप्पा को एक साल के लिए बिदाइ दी गई। इसके पहले भगवान 151 गणपति की पूजा अर्चना की गई एवं आरती उतारकर प्रसाद वितरित किया गया। इसी के साथ दस दिवसीय गणेशोत्सव पर्व एवं गजानन महोत्सव का समापन हो गया। विदित हो कि उपनगरीय क्षेत्र संजय नगर में भगवान 151 गणपति गजानन महोत्सव समिति के तत्वाधान में पंडित उमाकांत दुबे के निवास पर लगातार 18वें वर्ष विघ्न विनाशक भगवान श्री गणेश की 151 प्रतिमाओं की गणेश चतुर्थी के दिन विधि विधान एवं वैदिक मंत्रोच्चार के बीच स्थापना की गई थी। यहां लगातार 10 दिनों तक रोजाना सुबह शाम संगीतमय महाआरती का आयोजन किया गया। जिसमे क्षेत्र के साथ ही आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने इस धार्मिक आयोजन में पहुंचकर पुण्यलाभ अर्जित किया। गणपति की स्थापना के साथ ही यहां दस दिवसीय श्रीमद्भागवत महापुराण का भी आयोजन किया गया। जिसमे आचार्य शरद गोविंद संकर्षण दास जी महाराज वृन्दावन द्वारा प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से 6 बजे तक प्रवचनों की अमृतवर्षा की गई। श्रद्धालुओं ने कथा श्रवण करते हुए धर्मलाभ ग्रहण किया। श्रीमद्भागवत महापुराण का शुभारंभ भव्य कलश यात्रा से हुआ था। आयोजन को सफल बनाने में आयोजन समिति के संयोजक पंडित उमाकांत दुबे, जनार्दन सिंह ठाकुर, संतोष चौबे, आशुतोष मिश्रा, रामकिशन विश्वकर्मा, राकेश जैन, करण मिश्रा, भोला बहेलिया, बल्लू बर्मन, मनीष विश्वकर्मा, रमेश विश्वकर्मा, संजय तिवारी, गोविंद विश्वकर्मा, संजू पांडा, विश्वनाथ, ईशरत अली, राहुल झा एवं पवन खरे का योगदान रहा।