सिहोरा सहित ग्रामीण क्षेत्रों में प्रथम पूज्य गणराज के भक्ति आराधना में लीन सभी भक्त गण उनकी सेवा में लगे हुए हैं । घरों से लेकर नगर में विराजमान भगवान गणपति की आकर्षित प्रतिमाएं ।
देखा जाए तो सिहोरा 1 सिहोरा पुलिस लाइन सहित स्टाप ने माँ की गोद में बैठी भगवान गणेश की बाल प्रतिमा। -2 पुराना बस स्टॉप सिहोरा में बीटी में विराजमान गणेश उत्सव समिति , -3 राम जानकी मंदिर में विराजमान गणेश आकर्षित प्रतिमा । -4 हरदौल मंदिर युवा समिति में विराजमान आकर्षित प्रतिमा वार्ड क्रमांक 8 ब्राह्मण पुरा में विराजमान प्रतिमा ।-5 चोपड़ा मोहल्ला सार्वजनिक समिति विशाल प्रतिमा वार्ड क्रमांक 6 विराजमान। इसी प्रकार – 6 खितौला बस स्टैंड में युवा बाल गणेश उत्सव समिति ने भगवान मुंबई के राजा की विशालकाय प्रतिमा विराजमान ।-7 गौरैया मोहल्ला में बजरंग दल गणेश उत्सव समिति भगवान गणेश की आकर्षित विराजमान प्रतिमा ।-8 वैटनरी अस्पताल के पीछे वार्ड क्रमांक 1 में विराजमान भव्य सार्वजनिक गणेश उत्सव समिति सिहोरा ।- 9 खितौला बरा मोहल्ला महादेव गणेश समिति।- 10 महा गौरी गणेश समिति खितौला । नृसिह गणेश उत्सव समिति वार्ड क्रमांक 16 विराजमान प्रतिमा सहित घर में पंडालों में चारों ओर गणेश प्रतिमा की भक्ति में लीन सभी नगर शहर वासी।
*घरों में भी भक्ति का माहौल*
पंडालों से इतर घरों में भी भक्ति भाव का माहौल है। अधिकांश घरों में शाम क वक्त भजन-कीर्तन, गाने-बजाने का दोर देखा जा रहा है। सुंदर कांड करने वाली मंडलियों, जागरण मंडली से लेकर महिलाओं के भजनों की भी शानदार प्रस्तुतियां हो रहीं हैं। गौरा गणेश को भजन सुनाने महिलाएं उतावली सी हैं। एक-एक मंडल पर कई जगह भजन गाने का दबाव है। उनका भी प्रयास है कि कम से कम 5 भजन तो सब जगह गा ही दिए जाएं। गणपति जी अधिकांश घरों में परिवार के हिस्से जैसे अनुभव किए जा रहे *बड़ी मूर्तियों का लौटा दौर*
दो साल तक बड़ी मूर्तियों से अधिकांश पंडाल वालों ने परहेज किया था। इसका कारण कोरोना को लेकर उत्साह पर खलल था, लेकिन इस बार कई जगह बड़ी मूर्तियों के आर्डर दिए गए हैं। इस बार नदियों तालाबों में पानी भी भरपूर है। इस कारण विसर्जन स्तर पर लेकर छोटी-बड़ी मूर्ति का कोई सवाल नहीं है। यदि बड़ी मूर्ति बनी तो भी विसर्जन में असुविधा नहीं होगी। सिहोरा से रिजवान मंसूरी रिपोर्टर