प्रदीप गुप्ता/ नर्मदापुरम/ सैकड़ों वर्षो से चली आ रही परंपरा नर्मदापुरम क्षेत्र के ग्राम गुनौरा में आज भी विद्यमान है। जिसमें डोल ग्यारस को पूरे गांव में एक पर्व की तरह मनाया जाता है। भगवान वासुदेव अवतार श्री कृष्ण जी और श्री राधे रानी सरकार की प्रतिमा को पालकी विमान में पूरे गांव में पूजन और आरती करने के लिए घुमाया जाता है। यही उत्साह देखकर लगता है जैसे भगवान स्वयं ग्राम के भ्रमण हेतु ग्राम वासियों के बीच पधारे हैं। गुनौरा ग्राम के पुजारी दादा हरि शंकर दुबे के विष्णु लोक पधारने के पश्चात् भी यह सनातनी परंपरा पुजारन दादी जमुना बाई तथा उनके पुत्रों और पोत्रो द्वारा आज भी गतिमान है। विमान पालकी यात्रा गांव के खेड़ापति मंदिर पर पूर्ण हुई। तत्पश्चात् सेठ यशवंत (बबलू) गौर द्वारा सपत्नीक पूरे गांव वासियों के साथ आरती की गई। विप्र की भूमिका में रमन दुबे, सरवन दुबे तथा रजनीश दुबे रहे। पुजारन दादी जमुना बाई दुबे ने सभी ग्राम वासियों का आभार व्यक्त किया।