प्रदीप गुप्ता/नर्मदापुरम/पॉलिसी धारकों के लिए निम्न मांगे हेतु एकत्र हुए । भारतीय जीवन बीमा निगम के अभिकर्ता। उनकी मुख्य मांगे है कि पॉलिसी धारकों के बोनस में वृद्धि करें। पॉलिसी लोन एवं अन्य वित्तीय लेनदेन पर ब्याज दर में कमी करें।
भारत सरकार को बीमा पॉलिसियों पर जीएसटी हटाना चाहिए।नर्मदापुरम एजेंट यूनियन के सचिव भूपेश थापक ने बताया कि इनके अलावा अभिकर्तायो की भी मांगे इसमें रखी गयी है जो निम्न है।
*अभीकर्ताओं के लिए प्रमुख मांगे*
अभीकर्ताओं की ग्रेजुएटी 20 लाख रुपए तक बढ़ाई जाए। अभीकर्ताओं के कमीशन में वृद्धि करें। सभी अभिकर्ताओं के लिए ग्रुप मेडिक्लेम सुविधा लागू करें। अभीकर्ताओं को अंशदायी भविष्य निधि (प्रोविडेंट फंड) दिया जाए। अभीकर्ताओं
को अंशदायी पेंशन योजना लागू करें । अभीकर्ताओं के टर्म इंश्योरेंस में वृद्धि करें। अभीकर्ताओं के क्लब नियमों में एवं एडवांस की योजनाओं में संशोधन करें। बच्चों की शिक्षा पर ऋण सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
क्लब के सदस्यों के लिए पात्र आवास ऋण 5% ब्याज पर दिया जाए।अभीकर्ताओं के परिवार की जरूरत को पूरा करने के लिए एजेंट कल्याण कोष बनाया जाए। भारत सरकार के द्वारा बीमा एजेंट को पेशेवर के रूप में मान्यता दी जाय।
*मुख्यजीवन बीमा सलाहकार के लिए मांगे*
सी एल आई ए सदस्य जो क्लब सदस्यता 5 वर्ष पूर्ण कर चुके हो उन्हें सी एल आई ए मानदंड में छूट दी जाए। सी एल आई ए के माध्यम से अर्जित आय को सभी अग्रिम देते समय ध्यान में रखा जाना चाहिए।
इस अवसर पर नर्मदापुरम यूनियन के अध्यक्ष सौरभ शास्त्री, डिवीज़न उपाध्यक्ष राजेश गौर, यूनियन उपाध्यक्ष मुकेश जायसवाल, धर्मेन्द्र मीना, आलोक पाराशर, प्रदीप दुबे, मनीष तिवारी, सेवकराम आहूजा, धीरेंद्र मालवीय, जगदीश मीना, अरविंद रिझारिया, केशव प्रसाद, नितिन इत्यादि अभिकर्ता साथी उपस्थित रहे।