कटनी। गणेशोत्सव पर्व पर हर साल की तरह इस साल भी संजयनगर में पंडित उमाकांत दुबे के निवास पर भगवान श्री गणेश की 151 प्रतिमाओं की विधि विधान के साथ स्थापना की गई है। इसी के साथ दस दिवसीय विशाल धार्मिक आयोजन का सिलसिला शुरू हो गया है। आयोजन के पहले दिन कल बुधवार को 151 कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा खेरमाई, मेन रोड होते हुए वापस आयोजनस्थल पहुंचकर समाप्त हुई, इसके उपरांत पंडित हरिशंकर दुबे के द्वारा भगवान 151 गणपति की वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधि विधान के साथ स्थापना कराई गई। भगवान गणपति की स्थापना के साथ ही यहां
दस दिवसीय श्रीमद्भागवत महापुराण यज्ञ का आयोजन भी शुरू हो गया है। आचार्य शरद गोविंद संकर्षण दास जी महाराज वृन्दावन द्वारा कल 31 अगस्त को महात्म्य कथा का वर्णन किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही। समिति के संयोजक पंडित उमाकांत दुबे ने बताया कि प्रतिदिन सुबह-शाम भगवान गणपति की पूजा अर्चना के साथ ही रोजाना रात को भगवान की संगीतमय महाआरती की जाएगी। आयोजनस्थल पर इस बार भी विशाल एवं भव्य मेला आयोजित किया गया है। इस दौरान रोजाना भजन कीर्तन का भी सिलसिला शुरू हो गया है। आज 1 सितंबर को कुंती स्तुति, भीष्म स्तुति, कपिल देवहूति संवाद, 2 सितंबर को धु्रवचरित्र, भरत चरित्र, अजामिल उपाख्यान, 3 सितंबर को वामन जन्म, राम जन्म, कृष्ण जन्मोत्सव, 4 सितंबर को नंद उत्सव, माखन चोरी लीला, गोवर्धन पूजा, 5 सितंबर को महारास की कथा, उद्धव गोपी संवाद, कृष्ण रुक्मणि विवाह एवं 6 सितंबर को सुदामा चरित्र परीक्षित मोक्ष की कथा होगी। 8 अगस्त को पूर्णाहुति, हवन एवं भंडारे का आयोजन किया गया है। अनंत चतुर्दशी के दिन विशाल भंडारे के साथ भगवान को एक साल के लिए बिदाई दी जाएगी। इसी दिन घुघरा में गणपति की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा।