रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम /पचमढ़ी। विश्व विख्यात देश और प्रदेश का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हिल स्टेशन पचमढ़ी निरंतर अतिक्रमण और अवैध निर्माण को लेकर सुर्खियों में रहता है। महाराष्ट्र सहित अन्य प्रदेशों से भगवान भोलेनाथ के भक्त नागद्वारी और महादेव के दर्शन को प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में सतपुड़ा की रानी पचमढ़ी पहुंचते हैं। वही पचमढ़ी में सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर निर्माण पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। उसके बावजूद स्थानीय स्तर पर मिलीभगत से हो रहे अतिक्रमण को लेकर अब छावनी परिषद पचमढ़ी ने अतिक्रमण हटाने की मुहिम पुन शुरू कर दी है। अतिक्रमण हटाये जाने की मुहिम के बाद से पचमढ़ी में हड़कंप मच गया है। छावनी परिषद पचमढ़ी
अधीक्षक लवकेश साहू ने बताया कि अतिक्रमण मुहिम शुरू करने से पूर्व अतिक्रमणकारियो को नोटिस दे दिए गए थे और सोमवार को मुहिम की शुरुआत की गई है।करीब 6 से 7 अतिक्रमण हटाए गए हैं, जिनसे डेढ़ हजार वर्ग फुट की बहुमूल्य जगह खाली कराई गई है। जिसमें शासकीय भूमि पर किए गए अतिक्रमण को मुक्त कराया जा रहा है। परिषद के कर्मचारियों द्वारा विगत एक माह से अतिक्रमणकारियों को सूचित किया जा रहा था कि वह स्वयं अपना अतिक्रमण हटा लेवे। लेकिन उनके द्वारा अतिक्रमण नहीं हटाए जाने पर छावनी परिषद कार्यालय अधीक्षक लवकेश साहू के नेतृत्व में जटाशंकर क्षेत्र के अतिक्रमण हटाए गए हैं एवं सामग्री को जप्त भी किया गया है। अवगत हो कि छावनी परिषद द्वारा मा. उच्च न्यायालय के निर्देश पर वर्ष 2014-15 में बड़े पैमाने पर लगभग 800 से 850 अतिक्रमण हटाए गए थे। उसमें कुछ अतिक्रमणकारियो द्वारा माननीय न्यायालय से स्टे आर्डर प्राप्त कर लिया गया था। अब न्यायालय का स्थगन आदेश हटने के बाद छावनी परिषद द्वारा अतिक्रमण हटाने की मुहिम तेज कर दी गई है। अतिक्रमण हटाने की इस मुहिम में छावनी परिषद कार्यालय अधीक्षक सहित उपयंत्री एवं स्टाफ शामिल रहा।