कटनी (16 अगस्त ) – विधायक मुड़वारा श्री संदीप जायसवाल , महापौर श्रीमती प्रीति संजीव सूरी की मौजूदगी में शुक्रवार को कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक मे नगर निगम मे संचालित अमृत-2 योजना की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने यहां अमृत -1 के तहत हुए कार्याे की मात्र 45 फीसदी भौतिक प्रगति होने पर गहन नाराजगी जाहिर की। इस दौरान नगर निगम आयुक्त एवं जिला पंचायत सी.ई.ओ श्री शिशिर गेमावत भी मौजूद रहे।
बैठक मे नगर निगम द्वारा पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से अमृत-2 को प्रदर्शित किया गया। जिसमें बताया गया कि अमृत-2 योजनांतर्गत स्टेट वाटर एक्शन प्लान में स्वीकृत राशि 35 करोड के विरूद्ध कार्य की आवश्यकतानुसार 37.77 करोड़ रूपये की डी.पी.आर कंसलटेंट एल.एन मालवीय इन्फ्रा प्रोजेक्ट प्राईवेट लिमिटेड भोपाल द्वारा प्रस्तुत किया गया। जिसमें बताया गया कि अमृत-1 योजनान्तर्गत शामिल किये गए स्थानों क अलावा शहर के शेष क्षेत्रों को सीवरेज नेटवर्क से जोडनें हेतु 73.47 करोड़ रूपये के प्रोजेक्ट की आवश्यकता है। इसके तहत 11 एम.एल.डी क्षमता के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट,
करीब 43 किलोमीटर की सीवरेज लाइन और 4 हजार 450 मीटर लंबी मेन पंपिंग एवं आई.पी.एस हाउस सर्विस कनेक्शन आदि को शामिल कर 37.77 करोड रूपये की डी.पी.आर तैयार की गई है। जिसमें वार्ड क्रमांक 13,14,17 एवं 18 को शामिल किया गया है।
अमृत-1 की सुस्त गति
कलेक्टर श्री यादव ने करीब 76 करोड़ रूपये की लागत से होने वाले अमृत-1 प्रोजेक्ट के तहत प्रगतिरत सीवरेज कार्याे की समीक्षा की। बताया गया कि 20 सितंबर 2024 तक अमृत -1 प्रोजक्ट पूर्ण हो जाना था। लेकिन योजनान्तर्गत अभी मात्र 45 फीसदी ही कार्य की भौतिक प्रगति है। कलेक्टर श्री यादव ने योजना की धीमी गति पर गहन अप्रसन्नता व्यक्त किया। इस पर कलेक्टर ने स्वयं अब इसकी नियमित और निरंतर समीक्षा करने की बात कही।
नवीन फिल्टर प्लांट का सुझाव
बैठक में विधायक मुड़वारा श्री जायसवाल ने माधवनगर और इसके आस-पास के क्षेत्रवासियों को निर्बाध पेयजल आपूर्ति के नजरिये से नवीन फिल्टर प्लांट की जरूरत बताते हुए इसका डी.पी.आर बनानें की बात कही। विदित है कि वर्तमान इमलिया खदान के पानी को पूर्व से निर्मित फिल्टर प्लांट से शोधित कर ग्रीष्मकाल मे शहर की पेयजल आपूर्ति व्यवस्था की जा रही है। विधायक श्री जायसवाल ने कहा कि इसी इमलिया खदान से माधवगनर एवं क्षेत्रीय लोगों की पेयजल आपूर्ति हेतु नवीन फिल्टर प्लांट की आवश्यकता है।
साप्ताहिक समीक्षा करें
बैठक मे अमृत प्रोजेक्ट की मंथर गति पर चर्चा के दौरान विधायक श्री जायसवाल ने कहा कि नगर निगम के कार्यपालन यंत्री और ठेकेदार के बीच प्रति सप्ताह बैठक हो और विसंगतियों को दूर करने पर प्रगति मे सुधार हो सकता है । साथ ही हर 15 दिन मे उन्होंने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों, विधायक और महापौर की मौजूदगी मे बैठक आहूत करने का सुझाव दिया ताकि कार्य की निरंतर समीक्षा हो और इसमें तेजी आये। विधायक के इस सुझाव पर कलेक्टर ने सहमति प्रदान की।
बैठक मे उपायुक्त श्री पी.के.अहिरवार, कार्यपालन यंत्री सुधीर मिश्रा, उपयंत्री मृदुल श्रीवास्तव सहित कंसलटेंट भी मौजूद रहे।