रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। शासकीय जिला अस्पताल नर्मदापुरम में पिपरिया निवासी युवक के मरणासन्न अवस्था के मजिस्ट्रियल बयान पुलिस मौजूदगी में दर्ज हुए हैं। बताया जाता है कि आदिवासी युवक के साथ धोखाधड़ी कर बैंक से दुकान खोलने के नाम पर लोन लेकर दो युवकों द्वारा पैसे हड़प लिए गए। जब युवक द्वारा बैंक लोन के पैसे मांगे गए तो आरोपियों ने मारपीट कर प्रताड़ित करने लगे।
वहीं आरोपियों के रसूक के आगे पिपरिया पुलिस ने भी थाने में कोई सुनवाई नहीं की। जिसके बाद प्रताड़ित होकर युवक द्वारा जहर खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया गया । जिसे गंभीर अवस्था में पिपरिया से जिला अस्पताल रेफर किया गया है। इस घटना के बाद से ही हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस मेमो पर शहरी तहसीलदार देवशंकर धुर्वे द्वारा जिला अस्पताल पहुंचकर जिला अस्पताल में इलाजरत मरीज के मरणासन्न अवस्था के कथन दर्ज किए।
तहसीलदार श्री धुर्वे ने बताया कि पिपरिया निवासी युवक दीपक ठाकुर ने जहर खाया है। उनके द्वारा बैंक से कोई लोन लिया गया था जिसे एक दो व्यक्ति नहीं दे रहे हैं , मामले की जांच पुलिस द्वारा की जाएगी। इस मामले में पीड़ित युवक की बहन कविता ठाकुर ने पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर पिपरिया थाने में आरोपियों पर कार्यवाही नहीं करने की शिकायत दी है। बहन ने पुलिस अधीक्षक से उनके भाई को न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। दोस्त बलराम ने बताया कि दीपक ठाकुर (21) राजेंद्र वार्ड, सांडिया रोड निवासी पाठक की चाल में रहते हैं। दीपक ठाकुर को सीमेंट की दुकान खुलवाने के नाम पर बैंक से लोन दिलाकर खुद के कोटेशन लगाकर शुभम भार्गव और सुभम गुप्ता ने करीब साढ़े सात लाख रुपए हड़प लिए गए । जब दीपक पैसे मांगने के लिए गया तो उसके साथ गाली गलौज और मारपीट कर प्रताड़ित किया जाने लगा। पिपरिया पुलिस थाना में शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। कल रात को जब दीपक मार्केट से लौट रहा था तो रास्ते में शुभम भार्गव मिला और फिर डराने धमकाने लगा। इसके बाद दीपक ने जहर खा लिया। दीपक की बहन कविता ठाकुर ने कहा कि उनके भाई को न्याय मिलना चाहिए। सिटी कोतवाली टीआई सौरभ पांडे ने बताया कि उक्त मामले में पिपरिया पुलिस कार्यवाही कर रही है। उनसे ही जानकारी मिलेगी।