इंदौर को सैल्यूट …ह्रदय से अभिनंदन …
गेर के उल्लास और आनंद में डूबे पूरे राजवाड़ा में जहां तिल रखने की जगह न बची हो, कोई किसी को सुन न सके, वहां एक एंबुलेंस के गुजरने पर एक क्षण में रास्ता खाली होता देख अपने इंदौरी भाई-बहनों के लिए मेरे हृदय में प्यार व श्रद्धा और अधिक बढ़ गई।
दूसरों के लिए आप सभी के दिल में प्रेम और सहयोग की जो अनंत भावना है, वह आत्मसात करने योग्य है। हृदय से आभार और अभिनंदन व्यक्त करता हूं।