प्रदीप गुप्ता /नर्मदापुरम /आज शुक्रवार दिनॉक 23.12.2022 को शासकीय गृहविज्ञान स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय में उच्च शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश विश्व बैंक गुणवत्ता उन्नयन परियोजना के अंतर्गत क्लीनिकल न्यूट्रिशन एंड डाइटेटिक्स विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला खाद्य परिरक्षण तकनीक एवं प्रौद्योगिकी विषय पर आयोजित की गई। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ श्रीमती कामिनी जैन ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्राओं को खाद्य परिरक्षण तकनीक से परिचित कराना है। साथ ही छात्राओं को खाद्य परिरक्षण तकनीकी परंपरागत रासायनिक विधियां एवं खाद्य परिरक्षण उद्योगों में रोजगार के अवसर की जानकारी प्रदान करना है।
कार्यक्रम की संयोजक डॉ. रश्मि श्रीवास्तव ने बताया कि खाद्य परिरक्षण प्रशिक्षण में विभिन्न विधियों से बने खाद्य पदार्थों को बनाने का प्रत्यक्ष प्रदर्शन किया गया साथ ही छात्राओं को उपयोगी रासायनिक विधियों की जानकारी भी दी जा रही है। कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ डॉ. भारती दुबे प्राध्यापक गृह विज्ञान ने बताया कि आज इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में निर्जलीकरण विधि के अंतर्गत मेथी, मटर, बैंगन को सुखाना आलू चिप्स, साबूदाना पापड़, मूंग बड़ी, को तैयार करना एवं संतरा व नींबू का शरबत बनाना और उसे साल भर के लिए सुरक्षित रखनाबताया गया। इन सभी खाद्य पदार्थों को प्रत्यक्ष विधियो द्वारा छात्राओं को सिखाया जा रहा है। श्री गृह उद्योग की संचालिका श्रीमती प्रियंका मालवीय के द्वारा साल भर रखे जाने वाले सब्जी बघार मसाला को बनाना बताएं जिसे प्रतिरक्षित कर उसे अधिक समय तक उपयोग कर सकते हैं। आयोजन सचिव डॉ रीना मालवीय बताया कि इस कार्यशाला के माध्यम से जनसाधारण को यह बताया गया है। कि वह अपने घरों में उपलब्ध साधनों से परिरक्षण करना सरल होता है। घर में बने होने के कारण इनके पोषणीय मूल्यों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। यह अपनी पोषणीय मूल्य को सुरक्षित रखते हैं साथ ही यह बाजार से मिलने वाले रेडी टू ईट से सस्ते होते हैं कार्यशाला में महाविद्यालय स्टाफ और छात्राएं उपस्थित रहे।