सरकार की मंशा पंचायत भवन को मिनी सचिवालय के रूप में विकसित करना है, जहां ग्रामीणों की फरियाद सुनकर उनकी समस्याएं दूर की जा सकें।साथ ही ग्राम पंचायत के कार्यों को आसान बनाने के लिए पंचायत सहायकों की नियुक्ति भी की गई। इसके बाद भी पंचायत भवनों की स्थिति यथावत ही है।
हम बात कर रहे हैं कटनी जिले के जनपद पंचायत रीठी क्षेत्र की ग्राम पंचायत निटर्रा की जहा के पंचायत भवन में ताला लटका कर पंचायती राज अधिनियम की धज्जियां उड़ाई जा रही है ।
यहां की ग्राम पंचायत सचिवालय की स्थिति बदतर है। यहां काम का कोई सिस्टम नहीं है। कौन कर्मी कब आएगा और कौन नहीं, इसकी जानकारी भी किसी को नहीं है। पंचायत सचिवों व अन्य कर्मियों से मुलाकात करने के लिए ग्रामीणों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है।
वही ग्राम पंचायत भवन के पास जो शौचालय निर्माण किया गया है वह भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त व ध्वस्त पढ़ा हुआ है बगल में ही चारों ओर गंदगी फैली हुई है व गांव में जगह-जगह लगे कचरे के ढेर यह साबित करते है की, यहा किस तरह प्रधानमंत्री के सपने को स्वच्छता अभियान के तहत साकार किया जा रहा है ।
अब देखना यह है कि ऐसी स्थिति मैं ग्रामीणों को पंचायत कार्यों तथा शासन की योजनाओं का लाभ आसानी से मिल सके । के लिए संबंधित और अधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं ।
हरिशंकर बेन