रिपोर्टर हरिशंकर बेन
कटनी जिले की रीठी तहसील में नवरात्रि के शुभ अवसर पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की लीलाओं का मंचन बीते 2 वर्षों के उपरांत इस वर्ष रीठी नगर के गोल बाजार मैं बनारसी रामलीला मंडल मवई देवरी के द्वारा श्रीराम चरित्र मानस पाठ का सुंदर मंचन 25 सितम्बर से किया जा रहा हैं।
जिसमे कल सुंदर धनुष यज्ञ का चल चल चरित्र मंचन कि प्रस्तुति में
जनकपुरी में राजा जनक की पुत्री सीता के स्वयंवर में उपस्थित बड़े-बड़े राजाओं ने जब शिव धनुष को हिला पाने में असमर्थ रहे, तब राजा जनक के मन में शंका उठती है कि धनुष भंग नहीं होने पर सीता का विवाह क्या नहीं हो पाएगा । राजा जनक के वजन से क्रोधित लक्ष्मण कुमार ललकारते हुए कहते हैं कि हे राजन आपने यह कैसे सोच लिया कि यह धरती वीरों से खाली हो चुकी है । जिस पर प्रभु श्री राम उन्हें शांत करते है ।और मुनि विश्वामित्र शुभ समय जानकर भगवान राम को धनुष भंग करने का आदेश देते हैं । गुरु की आज्ञा मिलते ही श्री राम शिव धनुष को खिलौना की भांति उठाकर भंग कर देते है ।
जैसे ही सूर्यवंशी कुल के राजा दधीचि की हड्डियों से बना हुआ शिव धनुष भंग करते है वैसे ही दर्शकों ने उत्साहित होकर जय श्री राम की जयकारों के साथ आतिशबाजी से पूरा माहौल गूंज उठा ।और
माता सीता ने हाथ में वरमाला लेकर अपनी सखियों के साथ धीरे-धीरे भगवान श्री राम वरमाला पहनाती है।
वही शिव धनुष टूटते ही तपस्या में लीन भृगुपति भगवान परशुराम की तपस्या भंग हो जाती है। और वह क्रोधित होकर सीधे राजा जनक के दरबार पहुंच जाते हैं ।
जिसका सुंदर मंचन लक्ष्मण परशुराम संवाद आज प्रस्तुत किया जावेगा ।