कालापीपल(बबलू जायसवाल)यूं है पूरा मामला”कालापीपल विधानसभा क्षेत्र के विधायक घनश्याम चंद्रवंशी का एक ऑडियो मंगलवार को वायरल हो गया,जिसमें वे तिलावद गांव के युवक हरिओम पटेल से फोन पर बहस करते सुने जा रहे हैं,यह विवाद उस समय तूल पकड़ गया जब हरिओम ने फेसबुक पर पोस्ट कर विधायक पर विकास कार्य नहीं कराने का आरोप लगाया,पोस्ट से नाराज होकर विधायक ने हरिओम को फोन कर लिया और बातचीत का जो ऑडियो सामने आया है,उसमें दोनों के बीच तीखी बहस सुनी जा सकती है,हरिओम ने कहा”ये स्वतंत्र भारत है”जिस पर विधायक ने जवाब दिया”काहे का स्वतंत्र? तुम्हें बताता हूं क्या स्वतंत्र है,इसके बाद पुलिस हरिओम को घर से उठाकर अवंतिपुर बड़ोदिया थाने ले गई,जिससे सवाल खड़े हो गए हैं कि क्या एक जनप्रतिनिधि की आलोचना करना अब आज़ादी के दायरे में नहीं आता ?
“ऑडियो में विशेष बातचीत”
विधायक ने हरिओम से कहा —
तुम्हें क्या तकलीफ है ?
हरिओम बोले”तकलीफ के अलावा आपने क्या दिया?”
विधायक ने पोस्ट हटाने को कहा,लेकिन हरिओम ने इनकार कर दिया।
विधायक ने कहा”नेतागिरी मत करना मेरे से…!
25 लाख और 10 लाख का टिन शेड दिया,अब क्या पूरा खजाना दे दूं? छड़ी घुमा दूं,अकल-वकल है कि नहीं ?
हरिओम ने स्पष्ट कहा कि गांव में कोई काम शुरू नहीं हुआ,इसलिए उन्होंने सवाल उठाए..!
“इस वजह से पूरे मामले में नया मोड़ आ गया”
आज हरिओम पटेल की जमानत के लिए पूरे कांग्रेस कार्यकर्ता पंचमुखी पर एकत्रित हुए,जहां पर सबसे पहले उन्होंने “पहलगाम”आतंकी हमले में मारे गए लोगों को 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी,उसके बाद सभी कांग्रेस कार्यकर्ता रैली के रूप में पैदल तहसील गेट पर पहुंचे,जहां पर कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव कुणाल चौधरी ने हरिओम की जमानत के लिए तहसीलदार और पुलिस पर गुलामी के आरोप लगाते हुए,कहां की यदि आधे घंटे के अंदर जमानत नहीं दी गई तो मैं यहां पर धरने पर ही बैठूंगा चाहे हम सबको अंदरकर दो,इस अवसर पर समस्त कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे..!