प्रिंसिपल पति-पत्नी को घर के रूम के अंदर 24 घंटे डिजिटल अरेस्ट किया गया। ठगों ने कस्टम में पार्सल फंसे होने का कहकर फोन लगाया। ठगों ने बताया कि पार्सल के अंदर टाइगर की स्कीन, नेल्स और 18 पासपोर्ट है। फरियादी ने जब कहां ये मेरा नहीं है, इसको लेकर शिकायत करूंगा तो ठगों ने कहां हम आपका फोन साइबर पुलिस को ट्रांसफर कर देते हैं। फिर फर्जी दिल्ली सायबर पुलिस से ठग बात कराते हैं, जिसमें कहां जाता है आपके आधार कार्ड की जांच होगी।
इस दौरान फर्जी दिल्ली सायबर पुलिस पीड़ित से स्काइप डाउनलोड करवाते है। स्काइप पर ठग कॉल करते हैं फिर दंपत्ति को जांच होने तक अपनी निगरानी में रहना का निर्देश देते हैं। इसी दौरान कहां जाता है आपके आधार कार्ड से कई बैंक अकाउंट खुले है और उसमें मनी लॉन्ड्रिंग के पैसे आये है। बताया गया कि आरोपियों ने फर्जी दिल्ली पुलिस स्टेशन बना रखा था। आरोपी दिल्ली पुलिस की ड्रेस पहन हुए थे।
पीड़ित ने अपनी सूझबूझ से खुद को बचाया। सुबह जब पीड़ित बाथरूम जाते है तो अपने दूसरे मोबाइल में डिजिटल अरेस्ट की खबर देखते है। फिर उन्हें लगता है ये मामला तो उनके जैसा है। इसके बाद वो skype कॉल कट कर देते हैं। कॉल कट करने के बाद फरियादी पुलिस को सूचना देते हैं।