रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। प्रदेश के मुखिया डा मोहन यादव की स्पष्ट मंशा है कि नर्मदा तट पर किसी तरह की अवैध गतिविधि संचालित न हो,अवैध शराब न बिके, मांस मदिरा का उपयोग न हो, नदी में मशीनों से खनन पर प्रतिबंध, सट्टा कारोबार न हो और अन्य अवैध गतिविधि का संचालन न हो। पूर्व में भी अनेक अवसर पर सरकार के स्पष्ट आदेश इसीलिए हुए परंतु दुर्भाग्य पूर्ण रूप से प्रशासन इसे हल्के में लेता है। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ यादव ने निर्देश दिए हैं कि नर्मदा किनारे बसे धार्मिक नगर और स्थलों के आसपास मांस मदिरा का उपयोग ना हो। उसके बावजूद नगर नर्मदापुरम में बिक रही अवैध शराब का कारोबार बेखौफ चल रहा है। वही प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा नर्मदा किनारे बसे धार्मिक नगरों में मांस मदिरा बंद किए जाने को लेकर दिए गए निर्देश के बाद अब भाजपा झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक डॉ अखिलेश खंडेलवाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर नर्मदापुरम में प्रतिबंध के बावजूद चल रहे अवैध शराब कारोबार पर अंकुश लगाए जाने के लिए पत्र लिखा है। जिसके बाद से खासी हलचल शुरू हो गई है। पत्र में अवगत कराया गया है कि शराब के अवैध कारोबार पर कार्यवाही को लेकर स्थानीय विधायक ने नामजद पते सहित सूची प्रशासन को दी थी परंतु कार्यवाही होना तो दूर अनेक नए स्थानों पर खुलेआम शराब बेची जाने लगी है। इससे प्रतीत होता है कि प्रशासन के जिम्मेदार लोगों का प्रश्रय ऐसे तत्वों पर है अन्यथा मुख्यमंत्री के कहने पर और विधायक के पत्र लिखने के बाबजूद कार्यवाही न हो यह संभव नहीं है? भाजपा झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक डॉ अखिलेश खंडेलवाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अपेक्षा की है कि वो प्रशासन को इस दिशा में कार्यवाही करने हेतु उचित मार्गदर्शन प्रदान करेंगे और अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को कार्यवाही हेतु निर्देशित करने की कृपा करेंगे ताकि नर्मदा क्षेत्र की पवित्रता बरकरार रह सके।