गंज बासौदा से विदिशा जिला ब्यूरो मुकेश चतुर्वेदी
गंज बासौदा:- तप मानव जीवन को आध्यात्मिक उत्थान की ओर ले जाने का एक सरल माध्यम है। संसार में अब तक जितने भी महापुरुष हुए हैं, वे सभी तप साधना करके ही महान बने हैं। जो व्यक्ति जीवन में तप को अपनाते हैं, वे संसार सागर से आसानी से पार हो जाते हैं। अर्थात जन्म-मरण के चक्र से मुक्त हो जाते हैं। तप ही मोक्ष प्राप्ति का एकमात्र मार्ग है। पर्यूषण पर्व के सातवे दिन उत्तम तप धर्म की आराधना की जाती है। पर्यूषण पर्व के उपलक्ष्य में प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाते हैं जिनमें आज जीव दया मिलन और आचार्य विद्या वैली हा. से. स्कूल बासौदा द्वारा स्थानीय भ.महावीर विहार में विभिन्न प्रस्तुतियां दी गयीं।कार्यक्रम के प्रारंभ में भगवान आदिनाथ एवं आचार्य विद्यासागर महाराज की फोटो के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन विद्यालय के संचालक प्रणय जैन सर ,पंकज जैन ,सतेन्द्र राजपूत ,अशोक जैन,संस्था प्राचार्य प्रकाश शर्मा,श्री पार्श्वनाथ दि.जैन मंदिर स्टेशन के अध्यक्ष अशोक जैन ठेकेदार एवं अन्य समिति सदस्यों द्वारा किया गया। कार्यक्रम में समाधिस्थ आचार्य विद्या सागर महा मुनिराज को श्रद्धांजलि अपने भजन के माध्यम से सेजल दुबे और सौम्या जैन द्वारा दी गयी। कत्थक प्रस्तुति द्वारा मंगलाचरण आर्या जैन एवं सौम्या जैन द्वारा किया गया। प्ले -नर्सरी के बच्चों द्वारा हम होंगे कामयाब गीत पर प्रस्तुति दी गयी। जिसकी संयोजिका सु श्री हर्षिता मेम रहीं। अंत में भगवान महावीर की वाणी आगम ग्रंथ पर एक नाटिका प्रस्तुत की गयी ,जिसमें विभांशु शर्मा, आर्यन नेमा,पार्थ शर्मा,श्याम पाठक,अनित्व समैया, साईं दाँगी, रिशिता ,आशी ,चहक आदि के अभिनय ने दर्शकों का मन मोह लिया। नाटिका व नृत्य प्रस्तुतियों की संयोजिका सेजल जैन मैम रहीं।समस्त कार्यक्रम का संचालन श्रीमती अनीता प्रणय जैन द्वारा किया गया।