खून की कमी से जूझ रही गर्भवती महिला, जिला अस्पताल जाने से कर रही मना
बीएमओ,सरपंच,सचिव,पटवारी,एएनएम की समझाइश के बाद भी नहीं मान रहे परिजन, ढीमरखेड़ा के परसेल गांव का मामला
उमरियापान:- ढीमरखेड़ा क्षेत्र की एक हाईरिस्क गर्भवती महिला अस्पताल जाने के लिए मना कर रही है। गर्भवती महिला में अति गंभीर एनीमिया (खून की कमी) है।माता के साथ गर्भस्थ शिशु को खतरा है। उमरियापान बीएमओ ड़ॉ. बीके प्रसाद ने ग्राम पंचायत के सरपंच-सचिव को पत्राचार कर पंचायत स्तर पर सामाजिक जागरूकता अभियान चलाकर या संवाद कर हाईरिस्क गर्भवती महिला को जिला अस्पताल जाने के लिए प्रेरित करने कहा है।बीएमओ ड़ॉ.बीके प्रसाद ने बताया कि ढीमरखेड़ा जनपद की ग्राम पंचायत परसेल निवासी रिंकी पति दशरथ कोल (24) वर्तमान में गर्भवती है। महिला को खून की कमी है। जिसका हीमोग्लोबिन 4.2ग्राम है। महिला को जिला अस्पताल में भर्ती करके खून चढ़ाना आवश्यक है। ऐसी स्थिति में गर्भवती माता और गर्भस्थ शिशु की जान को खतरा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच के बाद महिला को समझाइश देते हुए जिला अस्पताल में भर्ती होने की बात कही,जिस पर गर्भवती महिला और उसके परिजनों ने कटनी जिला अस्पताल जाने से मना कर दिया।बीएमओ के अलावा सरपंच राजेन्द्र खरे, सचिव रामचंद्र यादव,एएनएम दिव्या पटेल सहित अन्य लोगों ने भी गर्भवती महिला सहित परिजनों को समझाइश दी,फिर भी उन्होंने किसी की नहीं मानी।बता दें कि कटनी जिले में एक वर्ष में ऐसी ही समस्याओं से पीड़ित 72 गर्भवती माताओं की मौत हो चुकी है।
रिपोर्टर राजेंद्र कुमार चौरसिया धीमरखेडा कटनी