झिरना से मायावाड़ी जा रहे युवकों की बाइक नागरी ग्राम के पास अनियंत्रित होकर फिसल गई जिसमें दोनों युवकों को गंभीर चोट आई घायल युवक गिरीश डेहरिया और अमित डेहरिया दोनों को घायल अवस्था में 100 डॉयल के पायलट नितेश सूर्यवंशी और आरक्षक कृष्ण कन्हैया द्वारा तामिया हॉस्पिटल लाया गया जहा देखने को मिला कि *एक घंटे तक तड़पते रहे एक्सीडेंट में घायल युवक नहीं मिला* घायल युवाओं को इलाज तामिया हॉस्पिटल में डॉक्टरों की मनमानी चल रही हे अपनी ड्यूटी के टाइम पर डाक्टर अस्पताल में मौजूद नहीं रहते हे आज तामिया हॉस्पिटल में डॉक्टर दिनेश पलास की ड्यूटी थी लेकिन वो हॉस्पिटल से कही और गोल थे जब घायल युवकों के परिजनों ने डॉक्टरों के बारे में हॉस्पिटल के कर्मचारियों से पूछा तो कोई कुछ बताने को तैयार नहीं था जब
एक पत्रकार प्रीतम राजपूत ने डॉक्टर दिनेश पलास को फोन लगाया तो डॉक्टर का कहना पड़ा में हॉस्पिटल में नहीं हो वहां मैने रिटायर्ड डॉक्टर सिंग को बोल कर आया हु इलाज वो करेंगे लेकिन जब डॉक्टर सिंग से घायल युवकों के परिजनों ने इलाज की बात की तो डॉक्टर सिंग ने कहा कि में सिर्फ दवाई दे सकता हु इलाज नहीं कर सकता जिस डॉक्टर दिनेश पलास की ड्यूटी हे आप उन्हें बुलाइए ओर इलाज कराए ,,,,अभी 2 दिन पहले भी तामिया हॉस्पिटल के डॉक्टरों ,सीएचओ,,आशा कार्यकर्ता,को लापरवाही के कारण एक 7 माह की गर्भवती महिला की मौत हो गई,,आए दिन तामिया हॉस्पिटल की व्यवस्था गड़बड़ा रही हे गरीब आदिवासियों मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा हे,अब देखना ये हे की उच्च अधिकारी इस मामले में तामिया के डॉक्टरों पर क्या कार्यवाही करते हे।
*संवाददाता शुभम सहारे छिंदवाड़ा*