डोंगरगढ़ – छत्तीसगढ़ राज्य लोधी समाज के प्रदेश कोषाध्यक्ष विष्णु लोधी सोमवार को दुर्ग जिला के ग्राम चीचा में जिला लोधी समाज द्वारा आयोजित जिला स्तरीय भोजली महोत्सव कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी एवं लोधेश्वर महादेव की तैल चित्र पर पुष्प अर्पित एवं द्वीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। लोकसंस्कृति के मूल में प्रकृति के प्रति कृतज्ञता और उसके मानवीय एकीकरण की भावना की जलधारसंचरित रहती है। इसी तरह का एक पर्व है भोजली जिसे लोधी समाज के व्दारा बड़े ही उत्साह के साथ धुमधाम से मनाया गया। विष्णु लोधी ने रक्षाबंधन एवं भोजली की बधाई देते हुए कहा भोजली का अर्थ है भूमि में जल हो अर्थात प्रकृति की पूजा ,गंगा मैया, भोजली देवी। भोजली गेंहू के पौधे हैं जो श्रावण शुक्ल नवमी में बोए जाते है और भादो की प्रथमा को रक्षाबंधन के बाद विसर्जित किए जाते हैं। भोजली प्रकृति संरक्षण का पर्व है । भोजली- मित्रता और प्रकृति के प्रति समर्पण का मिसाल है ।भोजली सुख, शांति एवं समृद्धि का प्रतीक है।
विष्णु लोधी ने कहा भोजली विसर्जन का उत्सव दर्शनीय है। माताएं, बहनें अपने सिर में भोजली बोहे तालाब की ओर गीत गाते विसर्जन के लिए जाती हैं एवं अच्छी बारिश व भरपूर फसल भंडार की कामना करती हैं।कार्यक्रम के अंत अतिथियों द्वारा भोजली प्रतियोगिता, लोधी समाज वेशभूषा प्रतियोगिता,सुवा नृत्य, खुर्सी दौड़, रस्सी कस्सा आदि प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से छत्तीसगढ़ राज्य लोधी समाज के प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम वर्मा, प्रदेश कोषाध्यक्ष विष्णु लोधी, अंकेक्षक विमल पटेल, विधायक यशोदा वर्मा, महिला प्रदेश अध्यक्ष दसमत जंघेल, युवा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश सिंगरौर, प्रदेश उपाध्यक्ष जय प्रकाश लोधी, दुर्ग जिला अध्यक्ष बनाऊं वर्मा, राजनांदगांव जिला अध्यक्ष उत्तम जंघेल, सर्किल अध्यक्ष नन्दलाल वर्मा, जीवन वर्मा, किशोर वर्मा, अशोक वर्मा, नरोत्तम वर्मा आदि बड़ी संख्या में समाज के वरिष्ठ जन उपस्थित रहे।