डोंगरगढ़ – आज अमर बलिदानी, अमर शहीद महान वीरांगना महारानी अवंतीबाई लोधी जी की जयंती पर छत्तीसगढ़ राज्य लोधी समाज के प्रदेश कोषाध्यक्ष विष्णु लोधी ने डोंगरगढ़ में मां बम्लेश्वरी मंदिर स्थित मेला ग्राउंड पर अवंतीबाई चौक पर जाकर अदम्य साहस और शौर्य की प्रतिमूर्ति रानी अवंतीबाई की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया एवं आजादी के आंदोलन में निभाई गई भूमिका को याद किया। विष्णु लोधी ने कहा सन् 1857 की क्रांति में मुक्ति आंदोलन की सूत्रधार और पराक्रम की गाथा लिखकर मातृभूमि के लिए अपने प्राणों का उत्सर्ग देने वाली रानी अवंतीबाई लोधी राष्ट्र के लिए सदैव स्मरणीय रहेंगी। मातृभूमि के गौरव व सम्मान के लिए प्राणोत्सर्ग करने वाली वीरांगना की गौरवगाथा राष्ट्र सम्मान व सेवा हेतु सर्वस्व न्योछावर करने की प्रेरणा देती रहेगी। एक भारतीय क्षत्रिय रानी-शासिका और स्वतंत्रता सेनानी थी रानी अवंतीबाई लोधी जी। महारानी का जन्म लोधी क्षत्रिय परिवार में 16 अगस्त 1831 को ग्राम मनकेहड़ी जिला सिवनी में जमींदार राव जुझार सिंह लोधी जी के घर में हुआ था। रानी अवंतीबाई लोधी एक भारतीय क्षत्रिय रानी-शासिका और स्वतंत्रता सेनानी थीं। वह मध्य प्रदेश के रामगढ़ की रानी थीं। ऐसे में आज उनकी जयंती पर देश उन्हें याद कर नमन कर रहा है।
रिपोर्टर -महेन्द्र शर्मा बन्टी