रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। देश की राजधानी दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राव आईएएस अकैडमी में शनिवार 27 जुलाई रात दिल दहलाने देने वाला हादसा हुआ। जब कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बारिश का पानी भरने से सिविल सेवा की तैयारी कर रही दो छात्राओं सहित एक छात्र की मौत हो गई। उक्त घटना के बाद देश भर में बेसमेंट के दुरुपयोग को लेकर हुए हादसे के बाद हड़कंप मच गया। घटना को संज्ञान लेते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की अध्यक्षता में 29 जुलाई को आयोजित वीडियों कांफ्रेंस में कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना से नर्मदापुरम जिले की नगरीय निकायों मे वेसमेंट में संचालित / बनाए गए भवन एवं संस्थानों जैसे- धर्मशाला, लाज, होटल, कोचिंगसेंटर, अस्पताल. गोदाम, व्यवसायिक भवन, आवासीय भवन, लायब्रेरी, मैरिज हाल, कार्यालय, जिम इत्यादि में आए दिन हो रही दुर्घटनाओं एवं जनक्षति को बडी गम्भीरता से लेते हुए संवेदनशीलता का परिचय देते हुए, प्रशासनिक जबावदेही को मानते हुए, प्राथमिकता से सर्वे कराकर 03 दिवस में जानकारी संग्रहित कर विधि एवं नियम के विरूद्ध संचालित संस्थाओं एवं भवन के मालिको के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। जिसके तहत कलेक्टर सोनिया मीना के निर्देश पर परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण नर्मदापुरम को दिए गए निर्देशानुसार जिले की समस्त नगरीय निकायों से वेसमेंट की जानकारी ली गई, जिसमें निकायो द्वारा सर्वे कार्य कर जानकारी भेजी गई। सर्वे उपरांत प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार जिले की समस्त निकायो में 80 वेसमेंट पाए गए है। जिसमें से 72 वेसमेंट शासन के नियमानुसार संचालित है एवं 08 वेसमेंट शासन नियमानुसार संचालित नहीं होने के संबंधितों के विरूद्ध निकायों द्वारा कार्यवाही की गई है।
जिसमें नगरपालिका नर्मदापुरम में 33 में से 28 वेसमेंट शासन के नियमानुसार संचालित है एवं 05 वेसमेंट शासन नियमानुसार संचालित नहीं है। इसी प्रकार नगरपालिका इटारसी में 08 में से 08 वेसमेंट शासन के नियमानुसार संचालित है। नगरपालिका सिवनीमालवा में 04 वेसमेंट शासन के नियमानुसार संचालित है। नगरपालिका पिपरिया में 07 में से 04 वेसमेंट शासन के नियमानुसार संचालित है एवं 03 वेसमेंट शासन नियमानुसार संचालित नहीं है। नगरपरिषद सोहागपुर में 15 वेसमेंट शासन के नियमानुसार संचालित है। नगरपरिषद माखननगर में 10 वेसमेंट शासन के नियमानुसार संचालित है एवं नगरपरिषद बनखेडी में 03 वेसमेंट शासन के नियमानुसार संचालित है। वहीं शासन के निर्देश पर नगरीय निकायों द्वारा बिल्डिंग एवं भवनों में बनाए गए बेसमेंट में संचालित गतिविधियों की जांच के बाद से हड़कंप मचा हुआ है। अवगत हो कि पूर्व कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के समय भी तलघरों, बेसमेंट के दुरुपयोग और नियम विपरीत बनाए जा रहे तलघर को लेकर कलेक्टर के निर्देशन में तत्कालीन एसडीएम मोहिनी शर्मा द्वारा राजस्व एवं नगर पालिका की टीम गठित कर भवन निर्माण में बने तलघर एवं बेसमेंट की जांच की गई थी। और नगर पालिका के जवाबदारों द्वारा राजस्व कर्मचारियों के नए साथ मिलकर तलघरों की जांच सहित उनके निर्माण संबंधी दस्तावेज एकत्र किए गए थे।