मध्य प्रदेश शासन के आदेश अनुसार पंचायत स्तर पर गौशाला का निर्माण किया गया इसी के चलते छिदगांव तंबोली ग्राम पंचायत में भी 37 लाख 86 हजार रुपए की लागत से गौशाला का निर्माण किया गया। इस गौशाला को शुरू हुए कुछ ही दिन हुए हैं और इसमें घोर अनियमितता देखने को मिल रही है। गोवंश को पीने के लिए पानी की व्यवस्था नहीं है। होधी में भर पानी कई दिन पुराना है जिसमें कीड़े मकोड़े पनप रहे हैं। गोवंश इसी पानी को पीने को मजबूर है वही साफ सफाई भी नहीं की जा रही है गोवंश भी उसमें मर रहे हैं। मरे हुए गौवंश को भी खुले में ही फेंक दिया जाता है जिससे आने जाने वाले को दुर्गंध का सामना करना पड़ता है। जब ग्राम पंचायत सचिव से इस विषय में बात की गई तो उनका कहना है कि धीरे-धीरे सब व्यवस्था हम सुधार लेंगे परंतु कब जब के गांव की मौत हो जाएगी इसके बाद जागेंगे तो क्या मतलब रहेगा। यह बड़ी सोचने वाली बात है शासन ने आदेश तो कर दिया परंतु देखभाल के नाम पर गौशाला में कुछ भी नहीं है ग्रामीणों में खासा आक्रोश है ग्रामीणों का कहना है कि यहां दबाव के साथ गायों को छोड़ा जाता है,परंतु देखभाल के नाम पर यहां कुछ भी नहीं है।
हरदा से श्रीराम कुशवाह की रिपोर्ट