ब्यूरो दुर्ग सिंह यादव की रिपोर्ट MPNEWSCAST
सागर में पिछले 6 वर्षों से अधिक लगातार कलेक्ट्रेट से लेकर भोपाल तक लगा रही है महिला न्याय की गुहार, लेकिन अभी तक नहीं सुनी गई समस्या, दरअसल जिले के नरयावली विधानसभा क्षेत्र के मूड़रा जरूवाखेडा निवासी राधा यादव पति अर्जुन सिंह यादव द्वारा अपनी दसवीं की मार्कशीट में सरनेम सुधरवाने के संबंध में लगातार 2017 – 18 से सागर कलेक्टर दीपक आर्य
से लेकर सीएम हाउस भोपाल और माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल एवं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं पीएम मोदी तक आवेदन एवं ज्ञापन दिए लेकिन आज दिनांक तक कोई भी निराकरण नहीं किया गया, महिला ने बताया कि मेरी कक्षा दसवीं की मार्कशीट में मेरा सरनेम आदिवासी लिखा है जबकि मेरा सरनेम यादव है क्योंकि मेरे पिताजी ने अंतरराज्यीय विवाह किया था जिस कारण मेरी मां ने अपनी जाती उसके सरनेम में लिखवा दी, जबकि उसके माता-पिता अशिक्षित होने के कारण वह उनका सरनेम निरंतर चलता रहा जबकि स्कूल वालों से बात करते रहे तो उन्होंने कहा कि नाम बाद में सुधर जाएगा, जबकि माता-पिता के अलग-अलग सरनेम होने से महिला को किसी भी शासकीय विभाग का लाभ नहीं मिल पा रहा, और ना ही वह शासकीय परीक्षा दे पा रही है, जबकि उसकी व्यापम की प्रोफाइल तक नहीं बन पा रही, जिससे वह बहुत परेशान है, अब बड़ा सवाल उठता है क्या अभी पिछले दिनों ही माननीय उच्च न्यायालय के निर्देश पर सागर कलेक्टर ने पुराने बस स्टैंड को नए बस स्टैंड में परिवर्तित कर दिया तो फिर दसवीं की मार्कशीट में सरनेम में माननीय उच्च न्यायालय के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी मानने से क्यों इंकार कर रहे हैं, देखते हैं आगे क्या कार्रवाई होती है और महिला को कब तक न्याय मिलता है
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हितग्राही महिला