रिपोर्टर हेमंत सिंह
कटनी।। जिला अस्पताल में समय पर स्ट्रेचर न मिलने से गोद में मरीजों को उठाए परिजन के दृष्य आम हो चुके हैं। इसके बाद में व्यवस्थाओं में सुधार नहीं किया जा रहा है। सरकारी अस्पतालों में लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मिले, इसके लिए सरकार द्वारा नए नए नवाचार किया जा रहा है. लेकिन, कटनी के जिला अस्पताल में रोज नवाचार के साथ अस्पताल की व्यवस्थाएं दिन प्रतिदिन लचर होती जा रही हैं. जिला अस्पताल में उपचार कराने पहुंचने वाले मरीजों कों स्ट्रेचर तक नसीब नहीं हो रहा है और किसी तरह से स्ट्रेचर मिल भी गया तों परिजनों को ही स्ट्रेचर धकेलना पड़ता है. लेकिन इस ओर जिम्मेदार कोई ध्यान नहीं देते……..इस वीडियो को देख हर कोई सरकारी स्वास्थ्य विभाग को जमकर कोस रहा है। ताजा मामला आज सुबह का है। जहां स्ट्रेचर नहीं मिला तो परिजनों ने लकड़ी के ठेले में मरीज कों लेकर इमरजेंसी से लेकर अन्य निजी अस्पताल अपने वाहन से ले गए । यह घटनाक्रम कैमरे में कैद हो गया. तस्वीरों में देख सकते हैं कि कैसे स्ट्रेचर न मिलने के कारण घायल को उठाकर इमरजेंसी से ठेला में लाया गया। बार-बार लगातार सुर्खियों में आने के बाद भी जिला अस्पताल की व्यवस्थाएं सुधारने का नाम नहीं ले रही है। यहां लोगों को मेडिकल सुविधाएं तो दूर स्टेचर भी मुहैया नहीं हो पा रहे।
इस संबंध में जानकारी अनुसार पड़ोसी जिला रीवा निवासी पुष्पेंद्र केवट सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे विष्णुदत्त पाण्डेय की मदद से इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया. जहां उसे स्टेचर तक नसीब नहीं हुआ उसे ठेले से इमरजेंसी तक लें जाया गया और वहा से लाया गया। वही रीवा के रहने वाले मरीज के परिजनों ने अस्पताल में आज आसुविधाओं को लेकर खेद व्यक्त किया। यह एक मानवता को शर्मसार करने वाली बात है।
जिलेभर से आते हैं मरीज
जिले का सबसे बड़ा अस्पताल होने से पूरे जिलेभर से यहां मरीज और घायलों को इलाज के लिए लाया जाता है। उनके पहुंचते ही व्यवस्था सामने आती है तो सुविधा का अभाव और अनेक समस्याए नजर आती है।।
जिम्मेदारों ने दिया जवाब
इस संबंध में श्रीमति संस्कृति मुदित लटोरिया संयुक्त कलेक्टर ने बताया कि समस्या आपके जरिए सामने आई है. इसको लेकर जिला अस्पताल प्रबंधन से विवरण लिया जा रहा है.मरीज परेशान न हो इसके लिए सभी वार्डों में व्यवस्था की जा रही है. सरकार के द्वारा जिला अस्पताल में जितनी व्यवस्था की जा रही उतनी सुविधाए मरीजों कों प्रदान की जा रही है. ओवरलोड के कारण कभी समस्या आ जाती जिन्हे संज्ञान में लेकर तत्काल निराकरण करने का प्रयास किया