रिपोर्टर बबलू जयसवाल
बाढ़ नियंत्रण की तैयारियों के लिए जिला स्तरीय समिति की बैठक संपन्न
बाढ़ से बचाव के लिए सभी अनुविभागीय अधिकारी नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों से बहने वाले नदी-नालों की साफ-सफाई संबंधित ऐजेंसियों से करवाएं। उक्त निर्देश कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना ने आज बाढ़ नियंत्रण की तैयारियों के लिए संपन्न हुई जिला स्तरीय बाढ़ नियंत्रण समिति की बैठक में दिये। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री यशपाल सिंह राजपूत, सहायक कलेक्टर श्री शिवम यादव, जिला पंचायत सीईओ श्री संतोष टैगोर, अपर कलेक्टर श्री बीएस सोलंकी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री टीएस बघेल, होमगार्ड कमाण्डेन्ट श्री विक्रम सिंह मालवीय, अनुविभागीय अधिकारी शाजापुर सुश्री मनीषा वास्कले, वर्चुअल रूप से अनुविभागीय अधिकारी शुजालपुर श्रीमती अर्चना कुमारी, डिप्टी कलेक्टर श्री राजकुमार हलदर सहित तहसीलदार, नायब तहसीलदार एवं जिला अधिकारीगण उपस्थित थे।
कलेक्टर सुश्री बाफना ने बाढ़ के दौरान पिछले वर्षों में कहां-कहां दिक्कत आई थी, इसकी जानकारी अधिकारियों से ली। कलेक्टर ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे बाढ़ नियंत्रण के लिए पूर्व से तैयारी रखें। जर्जर भवनों एवं निर्माणाधीन कार्यों को चिंहित कर जनहानि से बचाव की तैयारी रखें। स्कूल शिक्षा विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग जर्जर भवनों में कक्षाएं एवं आंगनवाड़ी संचालित नहीं होने दें। जहां-जहां दिक्कत आ सकती है, वहां के लिए शिफ्टिंग की तैयारी रखें। जिले में किसी भी तरह की अप्रिय घटना न हो, इसके लिए पूर्व से मुस्तैद रहें। वर्षा के पूर्वानुमान पर ध्यान दें। कोई भी अधिकारी बिना अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़े।
पुलिस अधीक्षक श्री राजपूत ने कहा कि बाढ़ के दौरान किसी घटना या दुर्घटना की सूचना मिलती है तो एकदम से हड़बड़ाहट में कार्य नहीं करें, धैर्य रखते हुए सावधानी पूर्वक समुचित प्रबंधन के साथ कार्यवाही करें। वर्षा काल में बाढ़ नियंत्रण के लिए जवाबदार अधिकारी अपने साथ रस्सा, टॉर्च, ट्यूब आदि भी रखें।
इस अवसर पर लोक निर्माण, स्वास्थ्य, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, पशुपालन, खाद्य आपूर्ति, नगरीय प्रशासन, महिला एवं बाल विकास, जलसंसाधन, होमगार्ड, पुलिस, महिला एवं बाल विकास, मछली पालन, राजस्व एवं जनसम्पर्क विभाग को उनकी भूमिका अनुसार सौंपे गये दायित्वों से अवगत कराया गया।
लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया गया कि डूब में आने वाले संभावित पुलों पर बेरियर लगाने एवं पुल पर जब पानी हो तो उसे पार नहीं करने के संकेत लगाने, गार्ड स्टोन पर लाल निशन अंकित करने, जलमग्न पुलिया के दोनों ओर चौकीदार लगाने, क्षतिग्रस्त एवं अवरूद्ध मार्ग की नियमित सूचना बाढ़ नियंत्रण कक्ष को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को निर्देशित किया गया कि वे बाढ़जनित रोगों से बचाव के लिए आवश्यक दवाईयों एवं चिकित्सा सामग्री को सूचीबद्ध कर स्टॉक में रखें। चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टॉफ वाहनों, ड्राईवर्स एवं चिकित्सा सेवा से जुड़े महत्वपूर्ण मानव संसाधनों की सूचियां तैयार रखें और चिकित्सीय दल का भी गठन करें। घायल एवं बीमार व्यक्तियों के उपचार के लिए आसपास के जिलों के सरकारी एवं निजी चिकित्सालयों से समन्वय भी करें। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग पेयजल स्त्रोतों के शुद्धिकरण, गुणवत्ता परीक्षण, भण्डार में आवश्यक केमिकल्स की उपलब्धता तथा क्लोरीन टेबलेट वितरण एवं प्रशिक्षण की व्यवस्था करें। परिवहन विभाग बाढ़ के दौरान आबादी के निष्क्रमण के लिए चार पहियां वाहनों को चिंहित करें। ऊर्जा विभाग बाढ़ के दौरान विभागीय कन्ट्रोल रूम निर्बाध संचालित रखें और कार्ययोजना का प्रचार-प्रसार कराएं। बिजली के तार टूटने पर दुर्घटना की स्थिति निर्मित न हो, इसके लिए वर्षा पूर्व मरम्मत आदि कर लें। पशुपालन विभाग पशुओं में भू-जन्य रोग के प्रतिरोधक टीके लगाने की व्यवस्था करें एवं औषधियों का पर्याप्त भण्डारण रखें। मृत पशुओं से फैलने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए सुरक्षित शव निपटान की कार्यवाही स्थानीय समन्वय से करें। खाद्य आपूर्ति विभाग उचित मूल्य की दुकानों पर पर्याप्त अनाज एवं आवश्यक सामग्रियों का भण्डारण कराएं। नगरीय प्रशासन वर्षा के पूर्व नगरीय क्षेत्रों के नदी-नालों एवं नालियों की सफाई कराएं। जनरेटर, पेट्रोमेक्स, टेंट एवं महाजाल आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करें। जलसंसाधन विभाग बाढ़ से प्रभावित होने वाले ग्रामों का चिन्हांकन करें। बाढ़ उन्मुख नदियों में बाढ़ से संभावित रूप से प्रभावित होने वाले क्षेत्रवार जनसंख्या की जानकारी संकलित करें। जलाशयों से जल निकासी का समुचित प्रबंधन भी कराएं। होमगार्ड विभाग मोटर बोट्स, बाढ़ बचाव सामग्री, तैराकों की सूची, होमगार्ड्स की सूची कलेक्टर कार्यालय एवं अनुविभागीय अधिकारियो को दें। जिला आपाकालीन संचालन केन्द्र स्थापित करें। समुदाय के पास बाढ़ बचाव के उपकरणों की सूची तैयार करें। आपदा की स्थिति में राष्ट्रीय आपदा रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ), राज्य आपदा रिस्पांस फोर्स (एसडीआरएफ), सेना की आवश्यकता होने पर आवश्यक समन्वय के लिए पूर्व व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा गया। 15 जून के पूर्व नगर परिषद के साथ संयुक्त रूप से आपदा की स्थिति में बचाव के लिए मॉकड्रील करना सुनिश्चित करें। आबादी के निष्क्रमण में सहयोग करें। बाढ़ के दौरान वायरलेस सिस्टम चालू स्थिति में रखें। महिला एवं बाल विकास विभाग समाजसेवी संस्थाओं एवं काउंसलर्स आदि की सहायता से बाढ़ के दौरान ग्रामीणों के निष्क्रमण के लिए प्रेरित करना सुनिश्चित कराएं। मछली पालन विभाग जिले में उपलब्ध नावों, मत्स्य पालकों एवं नाविकों की सूची उपलब्ध कराएं। राजस्व विभाग वर्षामापी यंत्रों का निरीक्षण कर अनुरक्षण करना सुनिश्चित करें। दैनिक एवं साप्ताहिक वर्षा की जानकारी नियमित रूप से भोपाल भेजें। नियोजित एवं आकस्मिक रूप से प्रभावित ग्रामों के बसाव क्षेत्र को खाली कराने की व्यवस्था एवं बाढ़ से होने वाली क्षति के त्वरित आंकलन की व्यवस्था करें। जनसंपर्क विभाग मीडिया में प्रकाशित एवं प्रसारित खबरों का अनुश्रवण एवं सत्यापन के पश्चात त्वरित कार्यवाही के लिए संबंधित विभागों को सूचित करें। अफवाहों के संबंध में जिला प्राधिकरण को अवगत कराने एवं खण्डन कराने की व्यवस्था करना सुनिश्चित करें।