मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की मंशानुसार जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जिले में जल स्रोतों तथा नदी, कुओं, तालाबों और बावड़ियो तथा अन्य जल स्रोतों के संरक्षण एवं पुनर्जीवन के लिए 16 जून तक संचालित अभियान को सभी की समन्वित भागीदारी से क्रियान्वित किया जाएगा। जनप्रतिनिधि और समाज जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान की अगुवाई करेंगे तथा सामाजिक संगठन और स्वयं सेवी संस्थाएं सहयोग करेंगी।
जनप्रतिनिधियों ,सामाजिक संगठनों और स्वयंसेवी संस्थाओं की मौजूदगी में आयोजित जल सम्मेलन में सभी ने भावी पीढ़ी के लिए जल स्रोतों का संरक्षण व संवर्धन कर पानी को सहेजने के जतन में सम्मिलित भागीदारी निभाने का संकल्प लिया।
जल सम्मेलन में विधायक मुड़वारा संदीप जायसवाल , महापौर प्रीति सूरी ,जिला पंचायत अध्यक्ष सुनीता मेहरा, कलेक्टर अवि प्रसाद ,जिला योजना समिति के सदस्य दीपक टंडन सोनी, उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा और जिला पंचायत के सी .ई. ओ. शिशिर गेमावत मौजूद रहे।
बैठक में नगर निगम और जिला पंचायत द्वारा जल गंगा संवर्धन अभियान के दौरान प्रस्तावित और चयनित गतिविधियों को पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रदर्शित किया किया गया।
जल सम्मेलन में विधायक मुड़वारा संदीप जायसवाल ने कहा कि जल है तो कल है की भावना से हम सभी अवगत हैं। इसलिए जल संस्थाओं का जीर्णाेद्वार सबका सामाजिक दायित्व है। उन्होंने नदियों और तालाबों का सीमांकन करने, हैंडपंपो व टयूबवेलों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की व्यवस्था तथा नगर निगम क्षेत्र के उन मकानों में जिन्होंने वाटर हार्वेस्टिंग के लिए राशि जमा की है। उनके घरों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित करने सहित जिले के तालाबों की रिपोर्ट बनाने का सुझाव भी दिया। ताकि कुछ तालाबों में पानी नहीं रुकने के कारण का पता चल सके।
महापौर ने सराहा
महापौर प्रीति सूरी ने जल सम्मेलन को संबोधित करते हुए कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा माई नदी को पुनर्जीवन देने के लिए कराए गए कार्य के लिए बधाई दी ।जिस पर सभी ने ताली बजाकर इसका समर्थन किया ।महापौर ने सभी के सहयोग से ही नदी और पर्यावरण को बचाने की बात कही।
जल सम्मेलन में जिला पंचायत अध्यक्ष ने भी सुझाव दिए। जिला योजना समिति के सदस्य दीपक सोनी टंडन ने कहा कि सामाजिक संस्थाओं की भागीदारी से ही अभियान सफल होगा। यह जन-जन का अभियान बने ।उन्होंने भी वाटर हार्वेस्टिंग के माध्यम से बरसाती पानी को सहेजने की बात कही ।उपाध्यक्ष जिला पंचायत अशोक विश्वकर्मा ने भी अहम सुझाव दिए।
मिले सुझाव
जल सम्मेलन में पहुंचे सामाजिक संगठनों और स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों ने जल गंगा संवर्धन अभियान के सफल अमल के लिए कुओं और बोरों को रिचार्ज करने, तालाब की साफ-सफाई ,नदियों से अतिक्रमण हटाने जैसे कई अहम सुझाव दिए।
मदद के लिए आगे आए लोग
जल सम्मेलन में पहुंचे लोगों ने जल स्रोतों के संरक्षण और पुनर्जीवन के इस नेक कार्य में प्रशासन को मानव श्रम ,अर्थ मूविंग मशीन ,पोकलेन जेसीबी और हाईवे के रूप में मदद मुहैया कराने की सहमति प्रदान की। कलेक्टर श्री प्रसाद ने सहयोग प्रदाताओं के प्रति आभार जताते हुए कहा कि सभी की भागीदारी से जिले में जल संरक्षण व संवर्धन के इस अभियान कोजनांदोलन की तरह चलाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि यह केवल सरकार का नहीं, बल्कि जन-जन का अभियान बनें। इसलिए इसमें सभी की समन्वित भागीदारी जरूरी है।
विधायक, कलेक्टर व महापौर को साधुवाद
जल सम्मेलन में मौजूद समाजसेवियों ने इमलिया खदान से कटनी शहर में जलापूर्ति की सुगम व्यवस्था की कार्ययोजना के लिए कलेक्टर श्री प्रसाद को साधुवाद दिया, जिससे शहर को प्रतिदिन निर्बाध जलापूर्ति हो रही है। विधायक श्री जायसवाल द्वारा विधायक निधि से राशि देने की वजह से दो करोड़ रुपए की लागत से पाइप बिछाने सहित अन्य कार्य करने से इस साल की गर्मी के मौसम में कटनी शहर को जलसंकट का सामना नहीं करना पड़ा। महापौर की नियमित निगरानी से समय पर प्रोजेक्ट पूरा हुआ और शहरवासियों को सुगम जलापूर्ति का मार्ग प्रशस्त हुआ। इसके लिए सभी ने विधायक श्री जायसवाल, महापौर और कलेक्टर के प्रति आभार जताया और साधुवाद दिया कि इस व्यवस्था के बाद से शहरवासियों को हर दिन पानी मिल पा रहा है। अन्यथा बीते सालों में यहां दो दिनों में मात्र एक बार ही पानी की आपूर्ति हो पाती थी।