रिपोर्टर शैलेष पाठक
सिक्योरिटी मैनेजर पर आए दिन एक ही व्यक्ति से आधा दर्जन लोगों पर झूठे मामले दर्ज करवाने के भी लगे आरोप। आपको बता दें कि कैमोर एसीसी सीमेंट फैक्ट्री में ग्राम हरैया निवासी दीपक त्रिपाठी सिक्योरिटी गार्ड सुपरवाइजर के पद पर पदस्थ है। कैमोर थाना प्रभारी को लिखित शिकायत में दीपक ने बताया है कि 3 मई 2024 को आईएस सिक्योरिटी गार्ड द्वारा कैमोर थाने में एक झूठी शिकायत दर्ज करवाई गई थी। इसी मामले में झूठी गवाही देने
सिक्योरिटी मैनेजर नीरज सिंह व उमेश द्विवेदी ने मुझ पर अनैतिक दबाव बनाया। दीपक का कहना है कि जिस मामले में गवाही देनी थी उसे समय मे ड्यूटी पर मौजूद भी नहीं था। दीपक के अनुसार सिक्योरिटी मैनेजर नीरज सिंह ने उसे गेट पर स्थित ऑफिस में बुलाया और झूठी गवाही देने फिर दवा बनाया। मेरे मना करने पर कहा गया कि तुझे नौकरी करनी है तो थाने में जाकर एफआईआर में हस्ताक्षर करने होंगे,नहीं तो ड्यूटी पर मत आना। दीपक का कहना है कि इस तरह मुझे झूठी गवाही न देने पर नौकरी से निकाल दिया गया है। दीपक ने मीडिया से चर्चा में बताया कि नीरज सिंह द्वारा अब तक लगभग आधा दर्जन लोगों को थाने में झूठे मामले में फसाया जा चुका है, जो भी कर्मचारी झूठी रिपोर्ट या झूठी गवाही देने से मन करता है उसे नौकरी से निकाल दिया जा जाता है। सिक्योरिटी गार्ड द्वारा अब तक जो भी मामले दर्ज करवाए गए हैं यदि उनकी निष्पक्षता से जांच हो तो सब कुछ साफ हो जाएगा।