कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा राजस्व प्रकरणों के निराकरण की दिशा में किए गए ठोस और गंभीर प्रयासों की वजह से जिले में लंबित सीमांकन प्रकरणों के निपटारे में आई तेजी के कारण निराकृत सीमांकन प्रकरणों का आंकड़ा अब ढाई हजार को पार कर गया है, अर्थात शुक्रवार 31 मई तक सीमांकन के लंबित कुल 2527 प्रकरणों का निराकरण किया जा चुका है।
अधीक्षक भू-अभिलेख ने बताया कि कलेक्टर श्री अवि प्रसाद की सीमांकन प्रकरणों के निराकरण में रुचि लेने के पूर्व काफी पुराने सीमांकन प्रकरण लंबित पड़े थे। लेकिन राजस्व अधिकारियों को दिए निर्देश और निरंतर समीक्षा के बाद आए सीमांकन कार्य में तेजी के बाद जिले भर में औसतन प्रतिदिन 70 से 80 से अधिक सीमांकन प्रकरण निपटाए गए।
लंबित सीमांकन प्रकरणों के निराकरण के मामले मे तहसील ढीमरखेड़ा अब तक कुल 393 सीमांकन प्रकरणों का निपटारा करते हुए प्रथम स्थान पर निरंतर काबिज है। वहीं तहसील कटनी नगर कुल 307 सीमांकन प्रकरणों का निराकरण कर दूसरे स्थान पर पहुंच गई है। जबकि तहसील बरही द्वारा तीसरे स्थान पर अब तक 287 सीमांकन प्रकरणों का निराकरण किया जा चुका है। इसी तरह तहसील स्लीमनाबाद द्वारा अब तक सीमांकन के कुल 285, तहसील विजयराघवगढ द्वारा 284 सीमांकन प्रकरणों, तहसील रीठी द्वारा 266 प्रकरणों, तहसील बहोरीबंद द्वारा 250 , तहसीलदार बड़वारा द्वारा 243, तथा तहसील कटनी द्वारा अब तक कुल 212 सीमांकन के लंबित प्रकरणों का निपटारा किया जा चुका है।