संवाददाता- महेन्द्र शर्मा बन्टी
डोंगरगढ़- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस वरिष्ठ नेता, छत्तीसगढ़ राज्य लोधी समाज के प्रदेश कोषाध्यक्ष, व लोधी ट्रेवल्स लोधी पेट्रोलियम के संचालक विष्णु लोधी ने सम्पूर्ण चार धाम यात्रा पूर्ण किए हैं जिसमें प्रमुख रूप से बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री , जगन्नाथ, द्वारिका का यात्रा है । 15 तारीख बुधवार को रामेश्वरम धाम एवं दक्षिण भारत का यात्रा कर लौटे विष्णु लोधी ने कहा धार्मिक ग्रंथों में चार धाम यात्रा को शुभ माना गया है और चार धाम की यात्रा करने से व्यक्ति को हर तरह का लाभ मिलता है। यात्रा में उनके साथ पत्नी उत्तरा लोधी और बेटा भार्गव लोधी साथ रहें ।
विष्णु लोधी ने कहा इन चारों स्थानों पर दिव्य आत्माओं का निवास है। इन चारों ही धाम को बहुत पवित्र स्थान माना जाता है। बद्रीनाथ को जहां सृष्टि का आठवां वैकुंठ कहा जाता है। जहां भगवान विष्णु छह महीने निद्रा में रहते हैं और छह महीने जागते हैं। वहीं. केदारनाथ को भगवान शंकर के आराम करने का स्थान बताया गया है। केदारनाथ में दो पर्वत है नर और नारायण। विष्णु के 24 अवतारों मे से एक नर और नारायण ऋषि की यह तपोभूमि है। इन्हीं के तप से प्रसन्न होकर केदारनाथ में शिवजी ने दर्शन दिए थे। आदि शंकराचार्य द्वारा परिभाषित , प्रत्येक धाम एक विशेष युग का प्रतिनिधित्व करता है , बद्रीनाथ सत्य युग का प्रतिनिधित्व करता है , रामेश्वरम त्रेता युग का प्रतिनिधित्व करता है , द्वारका द्वापर युग का प्रतिनिधित्व करता है , और पुरी कलि युग का प्रतिनिधित्व करता है। विष्णु लोधी ने कहा जब भी तीर्थ यात्रा के लिए कोई जाता है तो उसे पैदल चलना पड़ता है। पैदल चलने से व्यक्ति का शरीर सुगठित और पुष्ट होता है। तीर्थ यात्रा करने से व्यक्ति हर तरह की जलवायु का सामना करना होता है जिसके चलते वह काफी सेहतमंद बना रहता है और नए नए अनुभव प्राप्त करता है। विष्णु लोधी ने कहा हिंदू धर्म में चार धामों की तीर्थ यात्रा करने के महत्व के संबंध में विस्तार से उल्लेख मिलता है। इसके माध्यम से व्यक्ति देश के संपूर्ण लोगों, भाषा, इतिहास, धर्म और परंपरा आदि से परिचित होते हैं और बौद्धिकता और आत्मज्ञान के रास्ते भी खुलते है। अधिकतर लोग बुढ़ापे में तीर्थ यात्रा के लिए जाते हैं लेकिन, जो जवानी में ही तीर्थ यात्रा पर जाता है समझो उसने सब कुछ हासिल कर लिया।
विष्णु लोधी ने कहा तीर्थ यात्रा करने से व्यक्ति को देश और धर्म के बारे में कई बातें जानने को मिलता है। पुरोहितों से मिलकर अपने कुल खानदान के बारे में जानने को मिलता है। विष्णु लोधी ने कहा तीर्थ यात्रा के दौरान व्यक्ति को अलग-अलग संस्कृति, धर्म, भाषा और भोजन का पता चलता है। यात्रा के दौरान व्यक्ति को अलग अलग लोगों से मिलने का मौका मिलता है जिनके जरिए आप जान सकते हैं कि लोग और उनके विचार कैसे हैं। यात्रा करने से जीवन में कई रंग भर जाते हैं। विष्णु लोधी ने कहा की चार धाम की यात्रा करने से व्यक्ति को नए अनुभव तो होते ही हैं साथ ही हमारी स्मृतियां और सोच भी बढ़ती है। और तो और यात्रा करने से प्रकृति गांव और कस्बों के अलग-अलग नजारे देखने को मिलते हैं।