कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा प्रसव के रेफरल मामलों की नियमित समीक्षा और निगरानी की वजह से संवेदनशील और जनोन्मुखी प्रशासन की सक्रियता और तत्परता से ढीमरखेड़ा क्षेत्र की ग्राम खाम्हा की मानसिक रूप से अस्वस्थ 8 माह की गर्भवती महिला को समय पर उपचार मिल सका।
जिला प्रशासन की टीम की सक्रियता की वजह से बहोरीबंद के चरगवॉ गांव से ढीमरखेड़ा के खाम्हा गांव पहुंची 8 माह की हाईरिस्क गर्भवती आदिवासी महिला जिसका मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं है। साथ ही उसके पति की पहले ही मृत्यु हो चुकी है। उसे परियोजना अधिकारी, आरती यादव, पटवारी, महेन्द्र थूल, सरपंच सुशील पाल और सी.एच.ओ. सहित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, ए.एन.एम. कुसुम राजमर और आशा कार्यकर्ता द्वारा गर्भवती के परिजनों को समझाईश देने के बाद वे उमरियापान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में उपचार हेतु भर्ती कराने सहमत हुए।
डॉ. बी.के. प्रसाद ने बताया कि बुधवार की शाम 7 बजे गर्भवती को 108 एम्बुलेंस की सुविधा मुहैया कराकर उमरियापान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कर दिया गया है, जहां उनका उपचार भी शुरू हो गया है।
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