रिपोर्टर सीमा कैथवास
सिवनी मालवा। सिवनीमालवा के प्रभावशाली मंडी व्यापारी सचिन मोदी के मीरा एसोसिएट्स वेयरहाउस से शनिवार 2 मार्च की रात्रि दो ट्रकों में वेयरहाउस में रखा सरकारी चने से भरी बोरियों को भरकर ले जाने की सूचना लीक होने से एसडीएम के नेतृत्व में प्रशासन की टीम द्वारा मौका स्थल पर पहुंचकर कार्यवाही की थी । इस दौरान प्रशासन की टीम को दो ट्रक चने से भरे खड़े मिले थे, प्रशासन की कार्यवाही को देखकर ड्राइवर भाग गए थे। दोनों ट्रकों को पुलिस अभिरक्षा में खड़ा किया गया था। जिसके बाद से ही मामला सुर्खियों में आ गया और मामले को दबाने के लिए भारी दबाव की खबर चर्चाओं में रही। आश्चर्य का विषय है कि अमानत में कयामत के गंभीर मामले में प्रशासन द्वारा ब्लैक लिस्टिंग की कार्यवाही की गई परंतु एफआईआर दर्ज क्यों नहीं कराई? इस पर आज भी बड़े सवाल है कि पुलिस अभिरक्षा में खड़े दोनो ट्रक किनके थे और उन ट्रकों से सरकारी चना कहां ले जाने की तैयारी थी?ऐसे कई गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर जब वेयरहाउस कॉरपोरेशन के अधीनस्थ था और उसमें सरकारी चना रखा हुआ था। जो वेयरहाउस की चाबी कारपोरेशन के पास होनी थी लेकिन वह चाबी वेयरहाउस मलिक के पास कैसे पहुंची ? जो स्पष्ट करता है की पूरी घटना में वेयर हाउसिंग कारपोरेशन के अधिकारी और वेयरहाउस के मालिक की आपस में सांठ गांठ रही है। बड़ा सवाल सरकारी अनाज के अमानत में खयानत के इस गंभीर मामले में एफआईआर दर्ज क्यों नहीं कराई गई???